Varanasi लोक गायिका नेहा सिंह राठौर के खिलाफ दर्ज मामलों ने एक बार फिर सियासी और कानूनी हलचल तेज कर दी है। वाराणसी पुलिस सोमवार को लखनऊ स्थित उनके फ्लैट तक पहुंची, लेकिन नेहा वहां मौजूद नहीं थीं। नतीजतन, पुलिस ने सुशांत गोल्फ सिटी के सेलिब्रिटी गार्डन्स अपार्टमेंट के बाहर नोटिस चस्पा कर आगे की कार्रवाई का संकेत दिया।
मामला उस विवादित गीत से जुड़ा है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जनरल डायर कहे जाने का आरोप है। 12 मई को जारी इस गीत के बाद वाराणसी (Varanasi) कमिश्नरेट के विभिन्न थानों में भाजपा कार्यकर्ताओं और हिंदू संगठनों ने 500 से अधिक शिकायतें दर्ज कराईं। अकेले लंका थाने में ही 318 शिकायतों के आधार पर मुकदमा दर्ज हुआ।
नेहा ने इस विवाद पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि
“400 नहीं, 4 लाख FIR करा दीजिए। मैं नहीं डरूंगी… लोकतंत्र है ये, मुझे गाने से मत रोकिए।”

उनकी यह चुनौती सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से वायरल हुई और इसके बाद उन्होंने कई वीडियो और गीत जारी कर सरकार पर सवाल उठाए।
Varanasi और लखनऊ में भी दर्ज है मामला
नेहा के खिलाफ लखनऊ में भी एक और FIR दर्ज है। 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले पर उनके सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर हजरतगंज कोतवाली में शिकायत दर्ज हुई थी। आरोप लगाया गया कि उनकी टिप्पणी दो समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाली थी और पाकिस्तान के मीडिया द्वारा भारत की छवि खराब करने के लिए उपयोग की जा रही थी।
अदालतों का रुख
नेहा ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर राहत की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज करते हुए कहा कि सोशल मीडिया टिप्पणियों की जांच आवश्यक है। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखा और स्पष्ट किया कि FIR की जांच में हस्तक्षेप नहीं किया जा सकता। हालांकि, अदालत ने यह भी कहा कि ट्रायल के दौरान नेहा को अपनी बात रखने का पूरा अवसर मिलेगा। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने किसी भी प्रकार की अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया है।
वाराणसी (Varanasi) और लखनऊ पुलिस अब लगातार उनकी तलाश में जुटी है। बयान दर्ज कराने और कानूनी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए नोटिस जारी कर दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि कानून अपना रास्ता तय करेगा और जांच पूरी होने तक कार्रवाई जारी रहेगी।

