Pratikar Yatra: वाराणसी में वर्ष 2015 में हुए अन्याय प्रतिकार यात्रा मामले में 82 लोगों पर मुकदमे किए गए थे। जिसमें राज्य सरकार के निर्देश पर पूर्व विधायक अजय राय को छोड़कर बाकी 81 लोगों को इस मामले में दोषमुक्त कर दिया गया। वहीं अजय राय ने उनपर लगे मुकदमे को वापस न लिए जाने से इसे सरकार का राजनीतिक द्वेष बताया। उन्होंने कहा कि मैं सदैव सत्य, न्याय और जनहित के लिए सदैव खड़ा था, हूं और रहूंगा। मेरा पांच दशकों का सार्वजनिक जीवन आपके सामने है। मैने अपने राजनैतिक जीवन में हर वर्ग हर तबके को बराबर का सम्मान दिया। राजनीति मेरे लिए सेवा और संस्कार का नाम है, न कि पैसा कमाना।
Pratikar Yatra: इस यात्रा में भाजपा के भी कई नेता शामिल
राजनीतिक मुकदमों (Pratikar Yatra) को छोड़ दिया जाय, तो मेरे ऊपर एक भी ऐसा आरोप या मुकदमा नहीं है, जिससे यह सिद्ध हो कि मैं कोई अपराधी हूं। साधु संतों के आह्वान पर सन 2015 जो प्रतिकार यात्रा निकाली गई उसमे भाजपा के भी वर्तमान समय के कई विधायक, मंत्री थे। भाजपा के नेताओं में रविंद्र जायसवाल, ज्योत्सना श्रीवास्तव, डॉ० दयाशंकर मिश्र दयालू, लक्ष्मण आचार्य आदि भी इस यात्रा में शामिल थे।
दुर्भाग्य की बात है कि सिर्फ मुझे छोड़कर बाकी सभी 81 लोगों के ऊपर से मुकदमा हटाने का आदेश देकर अपनी मंशा को स्पष्ट कर दिया है। वस्तुतः यह सारा कुछ सिर्फ इसलिए किया जा रहा है कि मुझे कैसे फंसाया जाय।
Pratikar Yatra: आजी राय बोले – सरकार न जाने कौन सी विवशता से अनर्गल आदेश जारी कर रही
उपरोक्त बातें पूर्व विधायक अजय राय ने पत्रकारों से बातचीत में गुरूवार को कही। अजय राय ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जो आदेश (Pratikar Yatra) जिला प्रशासन को मिला है, उसमें यह साफ़ लिखा है कि अजय राय के अपराधिक इतिहास को देखते हुए उनपर से मुकदमा वापस नहीं होगा। अजय राय ने कहा कि आखिर योगी जी की कौन सी विवशता है जिस वजह से वह इस तरह के अनर्गल आदेश जारी कर रहे हैं। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मुख्यमंत्री रहते उन्होंने अपने ऊपर लगे कई संगेय धाराओं से जुड़े मुकदमे को वापस किया, आखिर यह कौन सी नैतिकता है, यह समझ से परे है।

पूर्व विधायक ने आगे कहा कि मैंने जिस प्रतिकार यात्रा (Pratikar Yatra) में भाग लिया था, उसमे मैंने किसी भी प्रकार की न तो कोई उत्तेजना वाली बात कही, न मेरे खिलाफ ही हिंसा या तोड़ फोड़ का कोई सबूत है और न तो मेरे खिलाफ कोई संगेय अपराध है। मै एक जनसेवक हूं। मेरे जीवन का चौबीसों घंटे जनता की सेवा में समर्पित रहता है। मै जनता के प्रति अपनी इस जिम्मेदारी और जवाबदेही को अंतिम दम तक निभाऊंगा। यह मेरा प्रण है। मुझे न्यायपालिका पूरा भरोसा है। मै योगी सरकार के इस असंगत और विधि विरुद्ध आदेश के ख़िलाफ़ अदालत जाऊंगा। मुझे पूरा भरोसा है कि न्यायपालिका मुझे न्याय देगी।
Pratikar Yatra: राहुल गांधी को लेकर भी रची गई सजिश
उन्होंने आगे कहा कि – आज आप देख रहे हैं कि देश की हमारे नेता राहुल गांधी को मोदी सरकार ने किस तरह से साजिशन संसद से बाहर निकालने का कुचक्र रचा, पर हमारी न्यायपालिका ने अन्ततः न्याय का पक्ष लेते हुए राहुल गांधी को पुनः संसद में जाने का रास्ता प्रशस्त किया। मुझे अपनी न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।
इनकी रही उपस्थिति
इस दौरान अजय राय, जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, राघवेंद्र चौबे, प्रदेश महासचिव राघवेंद्र प्रताप सिंह, प्रदेश सचिव वसीम अंसारी, भदोही जिलाध्यक्ष राजेंद्र दूबे, डॉ नृपेंद्र नारायण सिंह, विकास कौंडिल्य, मुहम्मद ज़ुबैर, शुभम राय, रोहित दूबे आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।