- पुरोहितों ने कहा – ‘माफ़ी मांगें राहुल गांधी’
प्रयागराज। नेताओं द्वारा अक्सर विवादित बयानों की होड़ लगी रहती है। ऐसे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ प्रयागराज में तीर्थ पुरोहितों ने प्रदर्शन किया है। जिसमें राहुल गांधी ने अपने एक बयान में कहा था, ‘ये देश तपस्या का है, पुजारियों का नहीं’। पुरोहितों ने राहुल गांधी का पुतला जलते हुए प्रदर्शन किया।
प्रयागवाल सभा प्रयागराज के पदाधिकारी व सदस्यों ने सोमवार को संगम क्षेत्र में प्रयाग वाल तखत पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विवादित बयान का पुरजोर विरोध किया। पुरोहितों ने कहा कि तपस्वी व पुजारी में फर्क को जानने की ज़रूरत राहुल गांधी को है। भारत राष्ट्र सनातन धर्म मानने वाले हिन्दू समाज का है। सम्पूर्ण भारत में मठ, मंदिर आदि में पुजारी का एक विशेष महत्त्व होता है। पूजा पाठ कराने वाला भी पुजारी होता है। राहुल गांधी को इस तरह के बयान पर माफ़ी माँगना चाहिए।

पुतला दहन कर रहे राजेंद्र पालीवाल ने कहा कि सनातन धर्म मे सबके अपने धार्मिक कृत्य हैं। सबके अपने कार्य हैं। तप करने वाला तपस्वी और पूजा पाठ कराने वाला पुजारी किसी के लिये भी अपशब्द कहना उचित नहीं है।
तीर्थ पुरोहित ने इस असंसदीय शब्द को वापस लेने तथा संपूर्ण भारत के पुजारी से माफी मांगने की मांग की गयी है। पुतला दहन कार्य क्रम में राजेश तिवारी, संतोष भारद्वाज, चंकी तिवारी, सुनील तिवारी, दयाशंकर तिवारी समेत अन्य मौजूद रहे।