वाराणसी (Varanasi) के यूपी कॉलेज में वक्फ बोर्ड और कॉलेज प्रबंधन के बीच चल रहे जमीन विवाद में अब छात्रों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। सोमवार को छात्रों ने वक्फ बोर्ड का प्रतीकात्मक पुतला फूंका और नारेबाजी करते हुए विरोध दर्ज कराया। छात्रों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि जब तक इस विवाद का समाधान नहीं हो जाता, किसी को भी कॉलेज परिसर में प्रवेश नहीं करने देंगे।
Varanasi: छात्रों का आक्रामक विरोध
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष प्रतीक उपाध्याय, शिवम सिंह और चंदन सिंह ने किया। छात्रों ने जय श्री राम के नारे लगाते हुए वक्फ बोर्ड के खिलाफ जुलूस निकाला और मुख्य प्रवेश द्वार पर पुतला दहन किया। प्रदर्शन में प्रमुख छात्र नेता विवेकानंद सिंह, आगम सिंह, सुधीर, अमर मिश्रा, शुभम सिंह और सिद्धार्थ सिंह भी शामिल थे।
छात्रों ने घोषणा की कि मंगलवार से मजार के पास हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। साथ ही, शुक्रवार को कॉलेज परिसर में जुमे की नमाज होने से रोकने की बात भी कही। छात्रों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि कॉलेज परिसर को किसी भी हाल में “लव जिहाद का अड्डा” नहीं बनने देंगे।

विवाद की जड़
यह विवाद तब उभरा जब 2018 में वक्फ बोर्ड द्वारा कॉलेज समिति को जारी किया गया एक नोटिस हाल ही में वायरल हो गया। इस नोटिस में वक्फ बोर्ड ने कॉलेज के उस हिस्से की जमीन को अपना बताया, जहां कचनार शाह की मजार स्थित है। साथ ही, एक नवनिर्मित मस्जिद पर भी दावा किया।
कॉलेज प्रशासन ने वक्फ बोर्ड के दावे को खारिज करते हुए बताया कि यह जमीन वर्ष 1909 में इनडाउमेंट एक्ट के तहत ट्रस्ट द्वारा अधिग्रहीत की गई थी। ट्रस्ट के गठन के एक साल के भीतर किसी भी प्रकार का दावा नहीं किया गया था। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि विवादित स्थान पर मस्जिद नहीं, बल्कि मजार स्थित है।
तनावपूर्ण माहौल और प्रशासन की सतर्कता
नोटिस वायरल होने के बाद से ही कॉलेज परिसर में तनाव बना हुआ है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। खुफिया विभाग भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और छात्रों के साथ संवाद स्थापित कर रहा है। वरिष्ठ अधिकारी लगातार कॉलेज का दौरा कर रहे हैं।
Highlights
प्रशासन के लिए चुनौती
छात्रों का आक्रामक रवैया और वक्फ बोर्ड के दावे ने विवाद को और जटिल बना दिया है। प्रशासन इस विवाद को सुलझाने और परिसर में शांति बनाए रखने के लिए प्रयासरत है। हालांकि, छात्रों के प्रदर्शन से मामला और अधिक गंभीर हो सकता है।