वाराणसी। काशी स्टेशन के उत्तरी छोर पर जीटी रोड से सटे रेलवे (Railway Notice) की 13 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा करके बने सर्व सेवा संघ के भवन को तोड़ो जाएगा। संघ परिसर की जमीन को भी खाली कराया जाएगा। वहीं 30 जून की सुबह भारी फोर्स के साथ यह कार्रवाई की जाएगी। 30 जून को इस जमीन पर कार्रवाई करने के लिए रेलवे द्वारा नोटिस (Railway Notice) दी जा चुकी है। इसी को देखते हुए आज कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष व पूर्व विधायक अजय राय ने जे.पी. की विरासतों को बख्श देने की बात कही और भाजपा को आड़े हाथ लिया।
प्रांतीय कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने एक वक्तव्य में सरकार से निवेदन किया है कि गांधी को न सही, पर कम से कम जे. पी. की विरासतों को तो बख्श दें। यह सरकार गांधी-जयप्रकाश की विरासत की संस्थाओं पर बुलडोजर चलवाने से बाज आयें क्योंकि इस पाप के लिये इतिहास के पास कोई क्षमादान नहीं होगा।

Railway Notice : बुलडोजर-शासन की संस्कृति लोकतंत्र के तकाजों के भी खिलाफ- अजय राय
पूर्व विधायक अजय राय का यह भी कहना रहा कि बनारस के राजघाट में सर्वसेवा संघ और गांधी विद्या संस्थान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के रचनात्मक आन्दोलनों की परम्परा में जय प्रकाश नारायण जी द्वारा स्थापित संस्थायें रही हैं। इन विरासतों को संरक्षण की जगह उनको ध्वस्त (Railway Notice) करने की बुलडोजर-शासन की संस्कृति लोकतंत्र के तकाजों के भी खिलाफ है।
उन्होंने कहा है कि भारत का कोई व्यक्ति दुनिया भर में आज सर्वत्र आदर का पात्र है, तो वह हैं, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी। गांधी अकेले ऐसे भारतीय हैं, जिनकी मूर्ति 84 देशों में लगी हुई है। गोली से हत्या के बाद भी गांधी एक विचार के रूप में देश और दुनिया में जिन्दा हैं। सर्वसेवा संघ जैसी संस्थायें उनके रचनात्मक विचारों की संवाहक संस्थायें रही हैं।
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वहीं उन्होंने यह भी बताया कि इस विरासत के ध्वस्तीकरण रोकने (Railway Notice) के लिये महात्मा के पौत्र राज मोहन गांधी ने भी प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की अपील की है। उन्होंने कहा कि सरकार से हमारा भी निवेदन है कि लंबे समय से स्थापित उस संस्थान पर बुलडोजर चलाने के फैसले पर पुनर्विचार करें। यदि सरकार अपना हठ नहीं छोड़ती है, तो हम सब काशीवासी और गांधी जी के विचारों में आस्थावान लोग उसके सामने माला लेकर खड़े हो गांधीवादी प्रतिरोध के लिये मजबूर होंगे।
बता दें कि 30 जून को इस जमीन पर कार्रवाई करने के लिए रेलवे द्वारा नोटिस (Railway Notice) दी जा चुकी है जिसके बाद से यह विवाद शुरू हुआ। सर्व सेवा संघ को मिली रेलवे की नोटिस (Railway Notice) ने कांग्रेसजनों में हलचल ला दी है।