Ram Janmabhoomi : श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में 70 एकड़ भूमि में बने भव्य और नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगा। मंदिर के उद्घाटन में अब बहुत कम समय बचा है, ऐसे में तैयारियां जोरों पर है। जानकारी के मुताबिक, 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारियां भी शुरू कर दी गई है। क्योंकि पूजन प्रकिया 16 जनवरी से ही विधि-विधान से शुरू हो जाएगी।

इस पूरे अनुष्ठान को करने वाले काशी के पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित और उनके पुत्र पंडित सुनील लक्ष्मीकांत दीक्षित ने पूजन अनुष्ठान को लेकर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि, प्राण प्रतिष्ठा का मुहुर्त सिर्फ 84 सेकेंड है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूजा मंडप से गर्भ गृह की 300 मीटर की दूरी तय करके रामलला {Ram Janmabhoomi} को स्थापित करेंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने हाथों से प्रभु श्री राम लाल की बाल स्वरूप प्रतिमा को लेकर गर्भगृह में प्रवेश करेंगे।
Ram Janmabhoomi : देशभर के 121 पंडित द्वारा संपन्न होगी की पूजा
प्राण प्रतिष्ठा {Ram Janmabhoomi} की पूजा देशभर के 121 पंडित द्वारा संपन्न होगी। इस पूरी पूजन पद्धति के लिए काशी से 50 विद्वान जायेंगे, जिनमें से पांच विद्वान हवन कुंड तैयार करने के लिए दो दिन पहले ही अयोध्या पहुंच चुके हैं। बताया कि पूजन स्थापना प्रक्रिया 40 मिनट की होगी, गर्भगृह में स्थापना के लिए सिर्फ 84 सेकंड का मुहुर्त चुना गया है। पीएम मोदी 84 सेकंड के भीतर रामलला को गर्भगृह में ले जाकर षोडशोपचार पूजन के साथ उनकी स्थापना संपन्न करेंगे।

काशी के विद्वान 85 वर्षीय पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित करेंगे सबका नेतृत्व
पंडित सुनील लक्ष्मीकांत शास्त्री ने बताया कि स्थापना पूजन प्रक्रिया के लिए 84 सेकंड का मुहूर्त निकाला गया है। यह मुहूर्त 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक का है। इसी मुहूर्त में प्रधानमंत्री का आगमन होने के बाद उनके हाथ से भगवान रामलला {Ram Janmabhoomi} की स्थापना प्रक्रिया पूर्ण होनी है। काशी के विद्वान 14 और 15 तारीख को यहां से रवाना होंगे। इन सबका नेतृत्व काशी के ही विद्वान 85 वर्षीय पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित करेंगे। उनका साथ देने के लिए उनके बेटे पंडित सुनील लक्ष्मीकांत दीक्षित भी मौजूद रहेंगे।
पीएम आगमन से पूर्व शुरू हो जाएगी प्राण प्रतिष्ठा की पूजा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहुंचने से पहले से ही पूजन की प्रक्रिया चल रही होगी। प्रधानमंत्री बस इसमें शामिल होंगे। लगभग 20 मिनट के पूजन को संपन्न करने के बाद पीएम मोदी अपने हाथों में भगवान रामलला को लेकर गर्भ गृह में प्रवेश करेंगे। इसके बाद भगवान रामचंद्र {Ram Janmabhoomi} का ध्यान किया जाएगा। उन पर पुष्प चढ़ाया जाएगा। भगवान को आसन के लिए पुष्प दिया जाएगा। फिर उनके चरणों को धोकर उनको जल दिया जाएगा और आचमनी में जल देने के बाद उन्हें मुख में जल प्रदान किया जाएगा। स्नान और शृंगार के बाद प्रभु का षोडशोपचार पूजन संपन्न होगा।