Waqf Board: संसद के दोनों सदनों से पारित और राष्ट्रपति की मंजूरी प्राप्त वक्फ बोर्ड बिल पर धार्मिक जगत से प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है। तुलसीपीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने इस बिल का स्वागत करते हुए इसे गरीब मुस्लिम समुदाय के लिए लाभकारी बताया है। उन्होंने कहा कि “हमने तो हमेशा मुसलमानों को अपनाया और उनका सम्मान किया, पर वे अक्सर हमारे खिलाफ खड़े नजर आते हैं।”
यह बयान उस समय आया जब शुक्रवार को रामभद्राचार्य मध्यप्रदेश के चित्रकूट स्थित तुलसीपीठ परिसर में उपस्थित थे। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ वक्फ कानून पर अपनी बात रखी, बल्कि हिंदू-मुस्लिम संबंधों, ऐतिहासिक घटनाओं और औरंगजेब जैसे मुगल शासकों को लेकर भी तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा “हमने अब्दुल रहीम खानखाना को गले लगाया, रसखान को वृंदावन में सम्मानपूर्वक स्थान दिया। पर आज वही समुदाय हमारे विरुद्ध अपमानजनक व्यवहार कर रहा है।”
Waqf Board: रामभद्राचार्य बोले – मुसलमानों को गले लगाया, लेकिन प्यार नहीं मिला
रामभद्राचार्य ने यह भी स्पष्ट किया कि हिंदू समाज ने कभी नफरत नहीं फैलाई, लेकिन कुछ मुस्लिम वर्गों की असमझदारी ही आपसी तनाव की जड़ है। उन्होंने उदाहरण स्वरूप चित्रकूट का उल्लेख किया, जहां हिंदू-मुस्लिम एकता के कई ऐतिहासिक उदाहरण हैं। हमने प्रेम और अपनत्व से मुसलमानों को गले लगाया, मगर जवाब में बार-बार आहत होना पड़ता है।
इतिहास पर बोलते हुए जगद्गुरु ने औरंगजेब के अत्याचारों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “औरंगजेब जैसे शासकों ने हिंदुओं को बर्बरतापूर्वक प्रताड़ित किया। उन्हें हाथियों से कुचलवाया, हजारों की हत्या करवाई। लेकिन अब समय बदल रहा है – बुरे लोग समाज से अलग हो रहे हैं और अच्छाई एकजुट हो रही है।”
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