Rathyatra Mela 2024: भक्तों के प्रेम में 14 दिनों तक बीमार रहने के बाद भगवान जगन्नाथ शनिवार की शाम बहन सुभद्रा व भ्राता बलभद्र के साथ रथ पर सवार होकर मनफेर के लिए काशी की गलियों में निकले। वहीं रविवार को सकुटुंब रथ पर विराजमान होकर भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। इसके साथ ही काशी के लक्खा मेला में शुमार तीन दिवसीय रथयात्रा मेला की शुरुआत हुई। इस दौरान मेला क्षेत्र जय जगन्नाथ, हरे कृष्ण-हरे कृष्ण के उद्घोष से गुंजायमान रहा। प्रभु जगन्नाथ के दर्शन को भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी।

भक्तों के प्रेम में अतिशय स्नान के बाद भगवान जगन्नाथ बीमार पड़ गए थे। इससे 14 दिनों तक अज्ञातवास पर रहे। स्वस्थ होकर भगवान जगन्नाथ मनफेर के लिए रथ पर सवार होकर भक्तों को दर्शन देने के लिए निकले। काशी के विभिन्न इलाकों में भ्रमण करते हुए भगवान जगन्नाथ का रथ रथयात्रा पहुंचा। काशीवासियों ने भगवान जगन्नाथ की आरती उतार कर पूजन किया। तीन दिनों तक भगवान जगन्नाथ का दर्शन-पूजन होगा। प्रभु के दर्शन के लिए मेला में लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ती है।

Rathyatra Mela 2024: मेला के मद्देनजर सज गई हैं दुकानें
रथयात्रा मेला में तरह-तरह के सामानों की दुकानें सज गई हैं। वहीं चरखी-झूला बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। चाट-नानखटाई आदि की दुकानों पर लोगों की भीड़ दिखी। मेला में सुरक्षा व्यवस्था और साफ-सफाई को लेकर पुलिस व नगर निगम प्रशासन अलर्ट है। नगर आयुक्त ने जरूरी निर्देश दिए हैं। वहीं कमिश्नरेट पुलिस ने सुरक्षा व यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती के साथ ही रूट डायवर्जन लागू किया है। यह तीन दिनों तक प्रभावी रहेगा।