RTI News: उत्तर प्रदेश के राज्य सूचना आयुक्त अजय कुमार उप्रेती ने आरटीआई (सूचना का अधिकार अधिनियम, RTI) को पत्रकारों के लिए खोजी पत्रकारिता की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि इस अधिनियम का उद्देश्य नागरिकों को सशक्त बनाना, सरकार के काम में पारदर्शिता लाना और भ्रष्टाचार पर नियंत्रण करना है। साथ ही आरटीआई के दुरूपयोग पर भी चिंता जाहिर की। उप्रेती मंगलवार को काशी पत्रकार संघ की ओर से पराड़कर स्मृति भवन में आयोजित ‘संवाद’ कार्यक्रम के तहत ‘पत्रकारों का सक्षम सारथी आरटीआई’ विषय पर विचार व्यक्त कर रहे थे।
उन्होंने कई उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि सूचना के अधिकार (RTI) का उपयोग वर्तमान में बढ़ा है, लेकिन इसका और विस्तार होना चाहिए। बताया कि विवेचनाधिकारी का विशेषाधिकार होता है, फिर भी हमारी कुछ सीमाएं हैं। आरटीआई के तहत सूचनाएं देने में दक्षिण के राज्यों की स्थिति बेहतर है। इस अधिनियम के लागू होने से पहले संबंधित अधिकारी या विभाग सूचनाएं देने में हीलाहवाली करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है।

RTI: सूचनाओं को पाना अब हो गया है आसान
इस अधिनियम (RTI) के सही ढंग से क्रियान्वित होने के चलते इसके उद्देश्य को प्राप्त करना अब सरल हो गया है। सूचनाएं देने में विभाग या अधिकारी कार्रवाई के डर से लापरवाही नहीं करते हैं। अब सूचनाएं शत-प्रतिशत लोगों को मांगने पर उपलब्ध करायी जा रही हैं। उन्होंने पत्रकारों की जिज्ञासाओं का निराकरण भी किया। उप्रेती ने समाचारों के संदर्भ में आरटीआई के अधिक से अधिक उपयोग के लिए पत्रकारों को प्रेरित किया। कहा कि आप सूचनाएं मांगें तो जवाब मिलेगा और इससे आपको खुशी का भी अनुभव होगा।
धन्यवाद ज्ञापन संघ के अध्यक्ष डॉ. अत्रि भारद्वाज, संचालन महामंत्री अखिलेश मिश्र ने किया। इस मौके पर योगेश कुमार गुप्त, सुभाष चंद्र सिंह, संघ के उपाध्यक्ष उमेश गुप्त, कोषाध्यक्ष पंकज त्रिपाठी, शैलेश चौरसिया, चंदन रूपानी, कैलाश यादव, वाराणसी प्रेस क्लब के मंत्री विनय शंकर सिंह, कृष्ण बहादुर रावत, देव कुमार केशरी, विमलेश चतुवेर्दी, मुन्ना लाल साहनी, आशुतोष पाण्डेय, विजय शंकर गुप्ता सहित जिला सूचना अधिकारी सुरेंद्र लाल, सूचना प्रभारी अनिल कुमार श्रीवास्तव आदि थे।