Varanasi: गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संसद में डॉ. भीमराव अंबेडकर पर दिए गए विवादित बयान के बाद वाराणसी में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में छात्र संगठनों और विपक्षी दलों ने विरोध जताते हुए प्रदर्शन किए। इन प्रदर्शनों के दौरान महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रों पर FIR दर्ज होने से मामला और गर्मा गया है।
सोमवार को सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर छात्रों पर दर्ज मुकदमों को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने मीडिया से बातचीत में सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार केवल मुकदमे दर्ज कराने में लगी हुई है। सांसद ने कहा कि काशी विद्यापीठ के छात्र शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे और किसी भी तरह की सार्वजनिक असुविधा नहीं पैदा की थी, इसके बावजूद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करना निंदनीय है।
सपा सांसद ने बताया कि पार्टी के निर्देश पर एक विरोध मार्च का आयोजन किया गया था, जिसमें विद्यापीठ के छात्रों ने भी हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारी छात्र अभी कैंपस के अंदर ही थे, तभी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। सांसद ने आरोप लगाया कि पुलिस ने पूरे दिन आश्वासन दिया कि छात्रों को शाम तक रिहा कर दिया जाएगा, लेकिन बाद में उन पर गलत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया।
Varanasi: वीरेंद्र सिंह बोले – छात्रों पर मुकदमा ‘गलत‘
वीरेंद्र सिंह ने कहा कि छात्रों पर मुकदमा दर्ज करना उनके करियर के लिए घातक साबित हो सकता है। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया।