- तार और दुपट्टे से गला घोंटकर की हत्या
- पुलिस कर रही शव की तलाश
वाराणसी। भेलुपुर थाना अंतर्गत साड़ी कारोबारी अपहरण केस मामले में नया खुलासा हुआ है। साड़ी कारोबारी महमूद आलम (50 वर्ष) की अपहरण करने के बाद हत्या कर दी गई थी। इस मामले में वाराणसी पुलिस ने बुधवार को खुलासा किया है।
जानकारी के मुताबिक, साड़ी कारोबारी का अपहरण 14 जनवरी को बीएचयू के काशी विश्वनाथ मंदिर के पास से हुआ था. एसयूवी वाहन में बैठाकर उसे शहर के बाहर ले जाया गया. इस दौरान उसे बताया गया कि उसका अपहरण हो चुका है. इस पूरे घटनाक्रम के सूत्रधार निजी कंपनी की बीमा एजेंट अंजली पाण्डेय उर्फ़ दिव्या रही. उसी ने साड़ी कारोबारी को हनीट्रैप में फंसाया और बीएचयू बुलाया था. बीएचयू में ही आरोपी महिला का पति अपने एक साथी के साथ वाहन में सवार हुआ. उसे अपने साथ लेकर गए.

कारोबारी से पहले 20 लाख की डिमांड की गई, लेकिन सौदा 8 लाख में तय हुआ. बात जब नहीं बनी, तो केबल चार्जर और महिला के दुपट्टे से कारोबारी का गला फ़ांस उसकी हत्या कर दी गई. हत्या से पहले कारोबारी को कोल्ड ड्रिंक में शराब मिलकर पिलाई गई थी. हत्या से पहले अपहरणकर्ताओं ने कारोबारी के एटीएम से 1 लाख 90 हजार की निकासी रामनगर और बाबतपुर दो जगहों से की थी. इसके बाद उसे चुनार लाया गया और यहां से गंगाजी में फेंक दिया गया. शव की तलाश पुलिस कर रही है. इस मामले में मृतक के बेटे ने भेलुपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बेटे ने पुलिस को बताया था कि दो बार 8 लाख रुपए के लिए उसके पिता का फोन आया था।

मुख्य अभियुक्तों को भेजा जेल
इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तारी की है। जिसमें तीन मुख्य अभियुक्त हैं. दो अन्य हैं. जिन्होंने पैसे के लालच में आकर आरोपियों को फर्जी सिम उपलब्ध कराया था. अभियुक्तों की पहचान अनुराग उर्फ़ अनु, अंजली पाण्डेय उर्फ़ दिव्या, प्रवीण चौहान के तौर पर हुई. जबकि दो अन्य की पहचान अतुल कुमार वर्मा और राहुल अग्रहरी के तौर पर हुई है. जबकि आगे की कार्रवाई में मुख्य अभियुक्तों को जेल भेजा गया है.