महादेव जिनका सबसे प्रिय माह सावन (Sawan) माना जाता है और इस बार सावन माह की शुरुआत 4 जुलाई से हुई है। देवाधिदेव की नगरी काशी इस वक़्त महादेव और हर हर महादेव के जयघोष से गूंज रहा है। कांवड़ यात्रा के लिए आये श्रद्धालु और शिव भक्त मंगला आरती के बाद से ही बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक कर रहें। श्रद्धालुओं को धाम के चारों द्वार से प्रवेश मिल रहा है। इस वर्ष सावन में अधिकमास लगने से 59 दिन के हुए सावन (Sawan) में करोड़ों भक्तों के काशी आने की संभावना है, जिसके लिए मंदिर और जिला प्रशासन ने फूल प्रूफ तैयारी की है। सावन के प्रथम दिन लगभग 2 लाख श्रद्धालुओं ने महादेव को जल चढ़ाया।
द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक श्रीकाशी विश्वनाथ के दर्शन और जलाभिषेक के लिए सावन (Sawan) में श्राद्धालुओं का रेला उमड़ता है। सावन (Sawan) के शुरू होते ही शिव की अतिप्रिय नगरी काशी हर-हर महादेव के जयघोष से गूंज उठी है। विश्वनाथ धाम से लेकर घाट तक कावरियों का हुजूम दिखाई दे रहा है। श्रद्धालु गंगा स्नान कर गंगा जल भरकर बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करने पहुंच रहे हैं।

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सावन (Sawan) का पहला सोमवार 10 जुलाई को पड़ेगा। इस दिन लाखों श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करेंगे। भीड़ नियंत्रण के लिए मंदिर प्रशासन ने सोमवार को वीवीआईपी और सुगम दर्शन को स्थगित रखा है ताकि बाबा के भक्तों को दिक्कत का सामना न करना पड़े।
19 साल बाद के आया 59 दिन (Sawan) का महासंयोग

18 जुलाई से शुरू हो रहे अधिकमास की वजह से इस वर्ष सावन (Sawan) 59 दिनों तक चलेगा और इसमें 8 सोमवार होंगे। अधिकमास 16 अगस्त को ख़त्म होगा। 19 साल बाद यह संयोग बना है। इसके पहले साल 2004 में भी अधिकमास लगने से सावन में 8 सोमवार हुए थे। इस वर्ष सावन (Saawan) में सावन का पहला सोमवार : 10 जुलाई, दूसरा: 17 जुलाई, तीसरा : 24 जुलाई, चौथा : 31 जुलाई, पांचवां : 07 अगस्त, छठां : 14 अगस्त, सातवां : 21 अगस्त और आठवां : 28 अगस्त को पड़ेगा।