Shardiya Navratari: शक्ति की आराधना का नौ दिवसीय पर्व शुरू होने जा रहा है। दुर्गा मंदिरों में साफ़-सफाई व बैरीकेडिंग का काम शुरू हो चुका है। दूसरी ओर, मूर्ति बनाने वाले कारीगर भी मूर्तियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं।
देवाधिदेव महादेव की नगरी काशी में शक्ति के आराधना का पर्व 15 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। जो कि 23 अक्टूबर को समाप्त होगा। इन 9 दिनों में माता के 9 स्वरूपों के दर्शन के लिए भक्तों का रेला उमड़ेगा। चैत्र प्रतिप्रदा के प्रथम दिन के मां शैलपुत्री के दर्शन के साथ ही नवरात्र के नौ दिनों का व्रत आरम्भ होगा।

Shardiya Navratari: नवरात्रि के नौ दिन, नौ देवियों के दर्शन
नवरात्र में काशी में नौ दिनों के माता के नौ स्वरूपों के दर्शन पूजन का विधान है। भक्त प्रथम दिन अलईपुरा क्षेत्र स्थित शैलपुत्री, दूसरे दिन दुर्गाघाट स्थित ब्रह्मचारिणी मंदिर, तीसरे दिन लक्खी चौतरा स्थित मां चंद्रघंटा, चौथे दिन दुर्गाकुंड स्थित मां कुष्मांडा, पांचवे दिन जैतपुरा स्थित मां बागेश्वरी देवी, छठवें दिन संकठा मंदिर के पास गली में कत्य्यानी देवी, सातवें दिन कालिका गली स्थित मां कालरात्रि, आठवें दिन विश्वनाथ गली में मां महागौरी और नौवें दिन गोलघर स्थित मां सिद्धिदात्री के दर्शन पूजन होंगे। सभी मंदिरों में साफ़-सफाई के साथ ही सुन्दरता को भी निखारा जा रहा है। साथ ही पुलिस प्रशासन के ओर से सुरक्षा व भीड़ प्रबंधन के इन्तेजाम किए जा रहे हैं।

नगर युक्त शिपू गिरी ने बताया कि मंदिरों के आसपास सफाई के लिए टीमें लगा दी गई हैं। नवरात्र भर [Shardiya Navratari] विशेष सफाई अभियान के साथ ही प्रकाश की उचित व्यवस्था रहेगी। मंदिरों से निकलने वाले निर्माल्य का भी निस्तारण कराया जाएगा। सैनिटाइजेशन के साथ ही नियमित रूप से फॉगिंग भी कराई जाएगी।

