Varanasi: काशी में 43 वर्षों से निकलने वाली शिव बारात अपनी पूर्व परम्परा के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन ही निकलेगी। यह निर्णय प्रदेश के एक मंत्री के हस्तक्षेप के बाद लिया गया है।
गौरतलब है कि इसके पूर्व प्रशासनिक अधिकारियों के अनुरोध पर शिव बारात आयोजन समिति ने एक दिन बाद 27 फरवरी को शिव बारात निकालने का निर्णय किया था। जिस पर काशी के नागरिकों न आपत्ति जाहिर करते हुए सवाल उठाया था कि क्या सनातन परम्परा में विवाह के बाद बारात निकलेगी?
Varanasi: देर रात बैठक में लिया गया निर्णय
इस बीच मंगलवार को देर रात जिला सूचना विभाग के ओर से जारी विज्ञप्ति में जानकारी दी गई कि आयोजकों और वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस के अधिकारियों से वार्ता के बाद पुरानी परंपरा को कायम रखते हुए बाबा की शिव बारात महाशिवरात्रि को ही रात्रि 8:00 बजे से निकालने का निर्णय हुआ। विज्ञप्ति में यह भी कहा गया कि आयोजन मंडल की पदाधिकारी से कहा गया है कि बारात को काशी की परंपरा के अनुसार निकाला जाए। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि शिव बारात के दौरान दर्शनार्थियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न होने पाए।