- ग्राम प्रधान की मां ने प्रधान समेत अपने दूसरे बेटे को झूठे केस में फंसाने का लगाया आरोप
- प्रधान ने जेल ही अपने समर्थकों को लिखी चिट्ठी
- समर्थकों ने दुकानें बंद कर किया प्रदर्शन
राहुल सोनी
वाराणसी। चौबेपुर में शनिवार को दुकानदारों ने दुकानें बंद रखीं। जिसका कारण वर्तमान ग्राम प्रधान व उनके भाई को राजनीतिक रंजिश में पुलिस द्वारा फर्जी केस में फंसाकर जेल भेजा जाना है। ग्राम प्रधान राजेंद्र जायसवाल की मां ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उनके दोनों बेटों (राघवेन्द्र जायसवाल व उनके भाई शिवेंद्र जायसवाल) को फंसाया जा रहा है।
स्थानीय ग्राम प्रधान चौबेपुर के समर्थन में प्रधान की मां निर्मला देवी व उनके समर्थकों ने आंशिक बाजार बंद रखकर पहले धरना प्रदर्शन करना चाहा लेकिन थाना प्रभारी राजेश सिंह द्वारा मना कर दिया। जिसके बाद उन्होंने मैदान थाना प्रभारी को लिखित रूप से ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने मांग किया कि विरोधियों ने कुटिल नीति के कारण हमारे दोनों पुत्रों को मुकदमा संख्या 552सन् 2022/धारा 302/306/308/भा द वि व 3(5)2 एससी/एसटी एक्ट में गलत तरीके से नामजद कर जेल भेज दिया गया है। उक्त केस पूर्णत: गलत है। जिसमें कुछ लोग पैसा वसूलने के लिए ऐसा कुचक्र रच रह हैं। लेकिन वो कौन लोग हैं, उसका जिक्र नहीं किया है।
बता दें कि ग्राम प्रधान राघवेन्द्र जायसवाल उर्फ गोलू ने शनिवार को अपने समर्थकों को जेल से ही एक पत्र लिखा। जिसमें लिखा गया है कि आप सभी लोग धरना प्रदर्शन कर प्रशासन पर दबाव डालें। जिससे रिहाई का रास्ता मिलेगा। वहीँ प्रधान की मां निर्मला देवी ने कहा कि 23 नवम्बर की घटना से हमारे दोनों पुत्रों राघवेन्द्र जायसवाल उर्फ गोलू, शिवेन्द्र जायसवाल उर्फ सनी का कुछ भी लेना देना नहीं है। उक्त केस में दोनों को फंसाया गया है। जिसमें निष्पक्ष जांच की गुहार लगाई है।

ये है पूरा मैटर
ग्राम प्रधान और उनके भाई ने एक घायल किशोर की मदद की थी। उस किशोर की मौत के बाद ग्राम प्रधान और उनके भाई को ही पुलिस ने जेल भेज दिया। बहादुरपुर गांव की रहने वाली रज्जो देवी का बेटा 15 वर्षीय अमित खैरवार बीती 23 नवंबर को अपने घर से दोस्तों के साथ चौबेपुर बाजार में शादी में शामिल होने गया था। रात में रज्जो देवी को अमित के दोस्तों ने बताया कि उसे चौबेपुर बाजार के कुछ लोगों ने बुरी तरह से मारापीटा है। आनन-फानन अमित को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर ले जाकर भर्ती कराया गया जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। प्रकरण को लेकर चौबेपुर थाने में रज्जो देवी की तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
प्रधान ने ही घायल को हॉस्पिटल में कराया था एडमिट
चौबेपुर की पूर्व ग्राम प्रधान निर्मला जायसवाल के अनुसार, उनका बेटा राघवेंद्र जायसवाल उर्फ गोलू मौजूदा समय में प्रधान है। अमित के घायल होने की सूचना पर राघवेंद्र अपने छोटे भाई शिवेंद्र के साथ उसे चौबेपुर स्थित अस्पताल ले गए। डॉक्टर ने बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया तो वहां ले गए। राघवेंद्र और शिवेंद्र ने ही उपचार और जांच का पूरा खर्च उठाया।
अमित की मौत होने पर राजनीतिक रंजिश में राघवेंद्र और शिवेंद्र को ही गलत तरीके से मुकदमे में फंसा कर जेल भेज दिया गया। अब चौबेपुर बाजार के अन्य लोगों को भी जेल भेजने की धमकी देकर पुलिस रुपए ऐंठ रही है। पुलिस की गलत कार्रवाई के विरोध में चौबेपुर बाजार के दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रख कर दर्शन किया है।