वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर (Shri Kashi Vishwanath Dham) में स्पर्श दर्शन संबंधी झूठी खबर फ़ैलाने के मामले में मंदिर प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। इस मामले में वाराणसी के चौक थाने में 9 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि सोमवार को सोशल मीडिया पर स्पर्श दर्शन की एक फेक रसीद वायरल की गयी थी, जिसमें ‘अजय शर्मा स्पर्श दर्शन’ लिखा था।
ऐसे में मंदिर के सम्बन्ध में अफवाह फ़ैलाने वालों पर मंदिर प्रशासन के पीआरओ अरविन्द शुक्ला के तहरीर पर कार्रवाई हुई है। चौक थाने की पुलिस इसकी जांच में जुट गई है।
जानकारी के मुताबिक, काशी विश्वनाथ मंदिर के पीआरओ अरविन्द शुक्ला ने चौक थाने में तहरीर दी है। जिसके बाद मंदिर में स्पर्श दर्शन का टिकट कटवाने वाले व्यक्ति अजय शर्मा समेत 9 लोगों पर केस दर्ज कराया गया है। मंदिर ट्रस्ट द्वारा दी गयी तहरीर के अनुसार, बीते 2 मार्च को अजय शर्मा के नाम से दान के रूप में दिये गए 500 रुपये की रसीद को आधार बनाकर स्पर्श दर्शन के लिए शुल्क लिये जाने की अफवाह 13 मार्च को फैलाई गई थी। मंदिर, प्रशासन, ट्रस्टीगण, जनप्रतिनिधियों और शासन की छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया। इसमें उनका साथ सोशल मीडिया के उनके सक्रिय साथियों ने भी दिया। इन सभी पर वैधानिक और उचित कार्रवाई की मांग की गई है।
अफवाह फ़ैलाने की धारा में किया गया केस
चौक इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि काशी धर्मिक आस्था का शहर है। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की स्पर्श दर्शन की कूटरचित रसीद वायरल करने की शिकायत मंदिर पीआरओ की ओर से दी गई है। आरोपियों पर धारा 153 ए-सद्भाव बिगाड़ने, 295-धर्म का अपमान करने, 506-धमकी, 120 बी- साजिश रचने, आईटी एक्ट-सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अफवाह फैलाने की धाराओं में केस लिखा गया है।
कमिश्नर ने किया था खंडन
कई समाचार पत्रों, न्यूज पोर्टल और सोशल मीडिया पर बाबा विश्वनाथ के मंदिर में स्पर्श दर्शन के शुल्क की खबर प्रसारित हुई थी। जिसमें बताया गया कि “बाबा के स्पर्श दर्शन पर शुल्क लगाया जा रहा है।” इस खबर का मंदिर न्यास के अध्यक्ष मंडलायुक्त वाराणसी कौशल राज शर्मा ने खंडन किया था। वहीं, मंदिर प्रशासन ने भी अपने प्रेस रिलीज में इस पूरे मामले को षड़यंत्र बताते हुए कार्रवाई की बात कही थी। बताया था कि यह फेक न्यूज है। मंदिर प्रशासन यदि निर्णय लेगा तो उससे सभी को अवगत कराया जाएगा।