अपनी अपकमिंग फिल्म ‘स्वतंत्र वीर सावरकर’ को लेकर रणदीप हुड्डा इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं। यह स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर की बायोपिक है, जिसके पोस्टर और टीजर को उनकी 140वीं जयंती पर जारी किया गया। जहां दर्शक रणदीप के ट्रांसफॉर्मेशन की सराहना कर रहे हैं। तो वहीं, कई लोग फिल्म की टैग लाइन से चकित हैं, जिसमें दावा किया गया कि सावरकर ने सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह और खुदीराम बोस जैसे स्वतंत्रता सेनानियों को प्रेरित किया था।
बता दें इसी बात पर स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस के पोते चंद्र कुमार बोस ने आपत्ति जताई है। उन्होंने रणदीप हुड्डा पर इतिहास को ‘तोड़-मरोड़कर’ पेश करने का आरोप लगाया है।
चंद्र कुमार बोस का कहना है, ‘क्षमा करें मोस्ट वॉन्टेड नेता और स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाषचंद्र बोस थे। वह एकमात्र फ्रंट-लाइन नेता थे और 18 अगस्त 1945 को हमारे देश की आजादी के लिए उन्होंने अपना बलिदान दे दिया था।’ उनका कहना है, ‘अपनी फिल्म में, हुड्डा ने दावा किया कि बोस, भगत सिंह और खुदीराम बोस जैसे साथी स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर से ‘प्रेरित’ थे। लेकिन, नेताजी सुभाषचंद्र बोस स्वामी विवेकानंद से प्रेरित थे, जो उनके गुरु थे। इसके अलावा वह देशबंधु चितरंजन दास से प्रेरित थे, जो उनके राजनीतिक गुरु थे।’
चंद्र कुमार बोस का कहना है कि रणदीप हुड्डा के दावे गलत हैं। उन्होंने रणदीप से भारत के स्वतंत्रता संग्राम के सही और सच्चे इतिहास को पेश करने का आग्रह किया है। उनका कहना है, ‘पर्दे पर इतिहास को गलत तरीके से पेश करना युवाओं के साथ बहुत बड़ा अन्याय होगा।’ बोस ने रणदीप हुड्डा पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने कंट्रोवर्सी के लिए ऐसा किया है, ताकि उनकी फिल्म को कुछ फायदा मिले। साथ ही कहा कि गलत इतिहास पेश करना अपराध है। इतिहास के साथ छेड़छाड़ का अधिकार किसी को नहीं होना चाहिए।’ बता दें कि रणदीप हुड्डा की यह फिल्म इस साल रिलीज होगी। फिल्म में अंकिता लोखंडे भी अहम रोल में हैं।