- जनसंदेश टाइम्स की 11वीं वर्षगांठ पर बोले महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति
- सोशल मीडिया की जिन्दगी जहां कुछ घंटों की है वहीं अखबार सालों तक कायम रहता है
वाराणसी। विकास की गति को आयाम देने के लिए मीडिया की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, उसमें भी अखबार की महत्ता सबसे अधिक है, डिजिटल के इस युग में सोशल मीडिया का जीवन जहां कुछ घंटों का है वहीं अखबार को सालों तक जीवित रखा जा सकता है। यह कहना था महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो.आनंद त्यागी का जो सोमवार को जनसंदेश टाइम्स के 11वें वर्षगांठ समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।

अख़बार समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचता है: कुलपति
जनसंदेश के तेलियाबाग कार्यालय में आयोजित समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए प्रो.आनंद त्यागी ने कहा कि लोकतंत्र में तीन लोग की महत्वपूर्ण भूमिका है सरकार, न्यायपालिका और मीडिया, इसमें भी अखबार की भूमिका को सशक्त है। कहा कि अखबार समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचता है, समाज को नई दिशा देने में पत्रकार की भी अहम भूमिका होती है। अखबार के संपादकीय पृष्ठ का जिक्र करते हुए कहा कि यह कोई एक विषय की टिप्पणी नहीं होती है बल्कि समाजिक चेजिंग के लिए भी महत्वपूर्ण हैं, बताया कि जितने भी महान व्यक्ति हुए उनके जीवन में भी संपादकीय का महत्वपूर्ण स्थान रहा वो ना सिर्फ इस पृष्ठ पर लिखते थे, बल्कि समाज को जगाने का कार्य भी इसी के माध्यम से करते थे।
जनसंदेश में खबरों से समझौता नहीं
जनसंदेश टाइम्स में छपने वाली खबरों की सराहना करते हुए प्रो.आनंद त्यागी ने कहा कि यह अखबार खबरों से समझौता नहीं करता, समाज के हर वर्गो के लिए इस अखबार में खबर होती है, खास तौर पर छात्रों के लिए।