- युवक के सिर से पहले ही उठ चुका है मां का साया
- रील बनाते समय दीवार पर पैर फिसलने से दो मंजिला मकान से गिरा
मनोज श्रीवास्तव
वाराणसी। सेल्फी के चक्कर में जान गंवाना कोई नई बात नहीं है। पहले भी सेल्फी के चक्कर में कईयों की जान गई है। इसमें सबसे ज्यादा संख्या 14 वर्ष से 21 वर्ष के लड़कों की है। इनमें सेल्फी का ऐसा क्रेज है कि सेल्फी के लिए ये कोई भी रिस्क ले सकते हैं। कहीं ऊंची चढ़ाई हो या फिर चलती ट्रेन के आगे खड़े होकर सेल्फी लेना हो, इसमें ये युवा माहिर हैं। इसी में कईयों ने जान गंवाई है।
वाराणसी के रामनगर से एक खबर है। जहां, मौसेरे भाई के साथ सेल्फी और वीडियो बनाने के चक्कर में एक किशोर शनिवार को छत की दूसरी मंजिल से नीचे गिर गया। आनन-फानन में लोग किशोर को लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय ले गये। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार, आसिम रिजवी (15 वर्ष) गोलाघाट स्थित अपने ननिहाल में बचपन से मामा तहजीब हुसैन के साथ रहता था। आसींम शनिवार को सुबह 11 बजे औद्योगिक क्षेत्र स्थित आवास विकास कॉलोनी में अपनी मौसी के घर गया था। आसीम अपनी मौसी के लड़के अमन अब्बास के साथ छत पर जा कर सेल्फी और वीडियो बनाने लगा। इसी दौरान किनारे की दीवार पर आसीम का पैर स्लिप हो जाने से नीचे गिर गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। आनन-फानन में लोग उसे बाइक से लादकर स्थानीय लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले गये। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आसीम की मां शिरी फातमा का डेंगू की बीमारी से 6 वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है। मृतक के पिता अली हैदर छत्तीसगढ़ में काम करते है। आसीम अपने मां-बाप का एकलौता संतान था। आसीम पर मां बाप के साया ना रहने से आसीम पढ़ाई छोड़ कर काम काज की तलाश में इधर उधर भटक रहा था।