हमारी दिन प्रतिदिन की गतिविधियों का सबसे अधिक असर आंखों पर पड़ता है। हम जो भी काम करते हैं, आंखों का प्रयोग सबसे अधिक होता है। कई बार पूरी नींद न लेना, तनाव ग्रस्त रहना, जेनेटिक कारण या कुछ अन्य वजहों से भी आंख के नीचे काले घेरे अथवा झुर्रियां पड़ने लगती हैं। जिससे आंख और अधिक प्रभावित होती हैं। कम उम्र में आंखों के नीचे झुर्रियां आने से लगभग सभी खासकर कि महिलाएं काफी परेशान रहती हैं। लेकिन सिर्फ ये ही कारण नहीं हैं इस तरह की झुर्रियों के। हमारी रोजाना की कुछ आदतें भी इसके लिए जिम्मेदार हैं। जिनके बारे में जानकारी होना जरूरी है ताकि आप आंखों के आसपास की त्वचा को एजिंग से बचा सकें।
इन आदतों से बढ़ती हैं आंखों के आसपास रिंकल्सक
आई क्रीम के इस्तेमाल से परहेज
एक उम्र के बाद आंखों के आसपास की स्किन को खास नरिशमेंट और केयर की जरूरत होती है।ऐसे में आप अगर इन नाजुक स्किन को यूवी से बचाने और ड्राइनेस से दूर रखने के लिए आई क्रीम का इस्तेऔमाल नहीं कर रहे हैं तो इससे यहां की स्किन पर रिंकल्स आ सकते हैं।
आई एरिया में स्क्रब करना
अगर मेकअप उतारने के लिए या स्किन केयर रुटीन को फॉलो करने के दौरान आप उंगलियों से आंखों के आस पास के भाग को रगड़ते हैं तो इससे आंखों की कैपिलरी टूट जाती हैं और जिससे वहां की स्किन ढीली हो सकती है।ऐसे में यहां झुर्रियां और डार्क सर्कल भी हो सकते हैं।
गलत तरीके से आई क्रीम का इस्तेमाल
अगर आप गलत तरीके से आई क्रीम का इस्ते्माल कर रहे हैं तो इससे भी स्किन को नुकसान हो सकता है।हमेशा चेहरे को धोने और मॉश्चराइजर लगाने के बाद थोड़ी सी मात्रा में उंगली पर क्रीम रखें और आंख के अंदरूनी कोने वाली साइड से बाहर की साइड अप्लाई करें।
गलत कंसीलर का प्रयोग
कई बार महिलाएं सस्ती और लोकल कंपनी के कंसीलर या मेकअप प्रोडक्टस का इस्ते माल करती हैं जिसका सबसे पहले नुकसान आंखों के आसपास की स्किन पर पड़ता है।इससे झुर्रियां भी अधिक बढ़ सकती हैं।
स्पे शल केयर ना करना
अगर आप आंखों के आसपास की स्किन की खास देखभाल करें तो फाइन लाइंस और झुर्रियों को खत्म किया जा सकता है।मसलन आप आई क्रीम के साथ साथ फेशियल टोनिंग डिवाइस का इस्तेमाल कर सकते हैं, धूप में सनग्लासेस लगाकर जा सकते हैं आदि।
हेल्दी डाइट
डाइट में उन चीजों को शामिल करें जिसमें प्रोटीन, कॉलेजन, ओमेगा 3 फैटी एसिड, एंटी ऑक्सीडेंट, विटामिन्स आदि पाए जाते हों।
Anupama Dubey