Varanasi: वाराणसी में गंगा स्नान शनिवार को तीन किशोरों के लिए जानलेवा हो गया। गंगा स्नान करने गए चार किशोरों में से तीन कला के गाल में समां गए. गंगा में नहाने के दौरान उनका संतुलन बिगड़ा और वे गहरे पानी के आगोश में समा गए। घटना की जानकारी होते ही पुलिस और गोताखोरों की टीम तीनों के शव को ढूंढने में लग गई।
चौबेपुर गांव के बर्थला कला समीप तीन पेड़वा घाट पर चार किशोर (नीरज राम, नीरज कुमार, आशीष कुमार और सुरेश चौहान) घूमने निकले थे। बर्थ्ला कला घाट पर जब नीरज राम डूबने लगा, तो उसके साथी नीरज, आशीष और सुरेश उसे बचाने के लिए दौड़े। देखते-देखते वे तीनों भी डूबने लगे। चारों में सुरेश चौहान किसी तरह बचकर किनारे पर आया, तब तक उसके बाकी तीन साथी जल की आगोश में समा चुके थे। घाट पर पहुंचते ही उसने जब चिल्लाना शुरू किया, तो उसकी आवाज़ पर मल्लाह व आसपास के लोग लड़कों को बचाने की कोशिश करने लगे। ग्रामीणों की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक राजीव सिंह मय फ़ोर्स के साथ स्थानीय गोताखोरों की मदद से तीनों शवों को देर शाम बरामद कर लिया।
प्रभारी निरीक्षक राजीव सिंह ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से शव को बाहर निकाला। डूबने वालों में नीरज राम (16 वर्ष) पुत्र संजय राम, निवासी कसिहर नरायनपुर, नीरज कुमार (17 वर्ष) पुत्र मनराज राम, निवासी विष्णु पुरा सरैया, आशीष कुमार (15 वर्ष) पुत्र मंजे कसिहर नरायनपुर के निवासी हैं।
नीरज दो भाईयों में बड़ा है। दुसरा नीरज पुत्र मनराज अकेला बेटा था। आशीष दो भाईयों में बड़ा था । तीनों किशोर नरायनपुर स्थित एक इंटर कालेज में कक्षा 9वीं के छात्र थे। घटना की सूचना मिलने पर पूरे इलाके में कोहराम मच गया।