राहुल सोनी
वाराणसी। चौबेपुर स्थित गाडगे धर्मशाला में संत गाडगे परिनिर्वाण दिवस पर मंगलवार को श्रद्धांजली सभा का आयोजन किया गया. इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि फूलचाँद कनौजिया ने कहा कि राष्ट्र संत रहे बाबा गाडगे एक महानसंत थे। वे सर्वधर्म समभाव के हितैषी रहे। उनसे समाज को सीख लेनी चाहिए।
राजकुमार कनौजिया ने कहा कि संत गाडगे दलित, शोषित समाज के मसीहा रहे। वे सर्व धर्म समभाव के हितैषी रहे। सामाजिक कुरूतियों के खिलाफ जीवन पर्यन्त संघर्ष करते रहे। पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने राष्ट्रीय संत की उपाधि देकर डाक टिकट जारी कर सम्मानित किया। जिससे समाज उनका जीवन पर्यन्त आभारी रहेगा।
इस दौरान पर नंदलाल कनौजिया, राष्ट्रीय प्रवासी मंच उत्तर प्रदेश के उपसचिव संतोष कनौजिया, दयाराम, रविन्द्र कुमार, सभाजीत, संत लाल, सेचू, मग्गन, प्रवीण चंद, महेंद्र कनौजिया, संजय कनौजिया, फूलचंद, जूठ्न समेत आदिवासी समुदाय के कई प्रमुख लोग शामिल रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सेचू लाल व संचालन राजकुमार कनौजिया एवं दयाराम कनौजिया ने किया।