UPPCL Employee Protest
- पूर्वांचल-डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक कार्यालय पर विद्युतकर्मियों ने की आवाज बुलंद
- सीयूजी नंबर किया बंद, उपभोक्ताओं से अभियंताओं और कर्मचारियों का सम्पर्क टूटा
वाराणसी। ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते को लागू करने के प्रति ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबंधन के नकारात्मक एवं हठवादी रवैये के चलते बिजलीकर्मियों ने कार्य बहिष्कार के दूसरे दिन गुरुवार को भी हाईडिल कॉलोनी-भिाखरीपुर स्थित पूर्वांचल-डिस्कॉम के प्रबध निदेशक कार्यालय जोरदार प्रदर्शन किया। मांगों को मनवाने के लिए विद्युतकर्मी रात 10 बजे से 72 घंटे की सांकेतिक हड़ताल पर चले जायेंगे। हड़ताल के साथ विद्युतकर्मी जेल भरो आंदोलन से भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। विद्युतकर्मियों के कार्य बहिष्कार के चलते जहां विभाग के तमाम कार्यालयों पर ताले लटकते रहे। कैश काउंटर बंद होने से राजस्व वसूली पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। वहीं, आपूर्ति व्यवस्था भी चरमरा गई है। इससे प्रभावित इलाकों के उपभोक्ताओं को संकट बढ़ गया है।
कार्य बहिष्कार के चलते अधिकांश अभियंताओं ने विभाग से मिले सीयूजी नंबरों को या तो बंद कर दिया है या फिर मोबाइल से सिम निकाल कर संगठन को सौंप दिया है। इसके चलते उपभेक्ताओं से अभियंताओं और कर्मचारियों का सम्पर्क लगभग पूरी तरह टूट चुका है। प्रदर्शन स्थल पर हुई सभा में वक्ताओं ने बिजली संकट के चलते हो रही परेशानी के बाबत जनता से खेद प्रकट करते हुए आग्रह किया है कि वर्तमान में आप हमारा सहयोग कीजिये, ताकि यह आंदोलन हो। मांगें पूरी हुई तो बिजली उद्योग के साथ समस्त उपभेक्ता को इसका सीधा फायदा मिलेगा। वक्ताओं ने बताया कि आज नेशनल कोआॅर्डिनेशन कमेटी आॅफ इलेक्ट्रीसिटी इम्प्लॉइज एण्ड इंजीनियर्स (एनसीसीओईईई) के आह्वान पर प्रदेश के बिजलीकर्मियों की हड़ताल के समर्थन में गुरुवार को देश के सभी प्रान्तों में लाखों बिजलीकर्मी सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किये। सभा की अध्यक्ष नीरज पांडेय ने की। संचालन राजेंद्र सिंह ने किया। सभा को सुनील कुमार, आशीष कुमार, मनोज यादव, संजय शर्मा, अमित त्रिपाठी, संजय भारती, तपन चटर्जी, कुंज विहारी, सोहनलाल, अविनाश पटेल, बीरेंद्र सिंह, अंकुर पांडेय, विजय सिंह, जिउतलाल आदि ने संबोधित किया।
विद्युतकर्मियों की प्रमुख मांगें
विद्युतकर्मी लिखित समझौतों को लागू कराने की आवाज बुलंद की है। इसमें ऊर्जा निगमों के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक का चयन समिति के जरिए करने, पूर्व की तरह मिल रहे तीन पदोन्नति पदों के समयबद्ध वेतनमान के आदेश जारी करने, कर्मियों के लिए पावर सेक्टर इम्प्लॉईज प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने, पारेषण के विद्युत उपकेंद्रों के परिचालन एवं अनुरक्षण की आउटसोर्सिंग बंद करने, नये विद्युत उपकेंद्रों का निर्माण पारेषण निगम से कराने, निविदा/संविदा कर्मियों को अलग-अलग निगमों में मिल रहे मानदेय की विसंगति दूर कर समान मानदेय देने, भत्तों के पुनरीक्षण एवं वेतन विसंगतियों का निराकरण करने, ओबरा व अनपरा की 800-800 मेगावाट की इकाइयों को विद्युत उत्पादन निगम को सौंपने आदि शामिल है।
विद्युत समस्याएं हो तो घनघनाएं कंट्रोल सेंटर के नंबर
वाराणसी। विद्युत कर्मचारियों के हड़ताल को देखते हुए विद्युत विभाग मुख्यालय के नियंत्रण कक्ष 0542-2300177 के अतिरिक्त काशी इंटीग्रेटेड कमाण्ड एंड कंट्रोल सेंटर पर भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया हैं, जिसका दूरभाष नम्बर 0542-2720005, 1533 व 18001805567 है। हड़ताल के दौरान यदि कहीं विद्युत समस्याएं तो संबंधित क्षेत्र की जनता इन नंबरों पर भी सूचना दे सकती है। यहां पर 24 घंटे अधिकारियों की तैनाती की गयी है। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने बताया कि नियंत्रण कक्ष की प्रभारी अपर जिलाधिकारी (वि/रा) संजय कुमार को बनाया गया है। इस नियंत्रण कक्ष से विद्युत विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर विद्युत कर्मियों की हड़ताल के दौरान आने वाली समस्त समस्याओं का समाधान किया जाएगा।