Varanasi: पुलिस लाइन से लेकर कचहरी रोड तक के इलाके में लोगों की भीड़ उस वक़्त जमा हो गई। जब इस मुस्लिम बाहुल्य इलाके में रविवार को बुलडोजर ने गरजना शुरू कर दिया। मजार की दीवारों और आसपास स्थित मकानों व दुकानों को बुलडोजर ने जब जमींदोज करना शुरू किया तो देखते ही रह गए। वहीं कुछ तो ऐसे भी मजार से जुड़े लोग थे जिन्होंने बुलडोजर की कारवाई को देखते हुए खुद ही हाथों में हथौड़ा लेकर मजार की दीवारों को गिराने लगे।

दरअसल, वाराणसी के पुलिस लाइन से लेकर कचहरी रोड तक रविवार को 3 थानों की पुलिस समेत RAF की टीम ने अतिक्रमण हटाने के लिए एक बड़ा अभियान चलाया। यह कार्रवाई पक्की बाजार से गोलघर कचहरी चौराहे तक की सड़क चौड़ीकरण परियोजना (Varanasi) के तहत की गई। इस परियोजना के तहत लगभग 300 मीटर के हिस्से में सड़क को 60 मीटर चौड़ा किया जाएगा और इस दौरान 30 से 40 मकानों और दुकानों को वहां से हटाया जाएगा।
Varanasi: मस्जिद के पास 6 से अधिक दुकानें जमींदोज
इस कार्रवाई के लिए रविवार की सुबह 3 जेसीबी के साथ टीम मौके पर पहुंची। सबसे पहले कचनार शहीद मजार की दीवार को तोड़ा गया, फिर आसपास (Varanasi) की दुकानों पर बुलडोजर चला। कई दुकानों में सामान रखा हुआ था, जिन्हें तोड़े जाने के दौरान बाहर निकाला गया। इसके बाद दायम खान मस्जिद के पास 6 से अधिक दुकानों ने अवैध कब्जा कर रखा था, जिसे भी हटाया गया।

बताते चलें कि यह इलाका मुस्लिम बाहुल्य माना जाता है, इसलिए अतिक्रमण हटाने के लिए बुलडोजर चलाने से पहले सुरक्षा के लिए 3 थानों की पुलिस, RAF टीम और दंगा नियंत्रण वाहन मौके पर तैनात किए गए। कार्रवाई के दौरान क्षेत्र में भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए, जिससे संदाहा चौराहे से गोलघर कचहरी चौराहे तक लगभग 1 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। यातायात केवल एक लेन से संचालित किया गया।
पहले ही दिया जा चुका था नोटिस
एडीएम सिटी आलोक कुमार वर्मा ने बताया कि यह कार्रवाई पहले से नोटिस देकर की जा रही है, ताकि प्रभावित लोग वैकल्पिक व्यवस्था कर सकें। प्रशासन का लक्ष्य है कि चौड़ीकरण कार्य समय पर पूरा हो और शहर के इस महत्वपूर्ण मार्ग पर जाम की समस्या कम हो।
जानकारी के अनुसार, इस कार्रवाई के तहत 71 प्रभावित लोगों को 3 करोड़ 52 लाख रुपए मुआवजा दिया जा चुका है। चौड़ीकरण (Varanasi) के बाद सड़क का यह हिस्सा 60 मीटर चौड़ा होगा, जिससे यातायात सुगम हो सकेगा।