Varanasi: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर वाराणसी में लहुराबीर से गिरजाघर चौराहे तक की सड़क का चौड़ीकरण कार्य शुरू होने जा रहा है। यह मार्ग अब 14 मीटर चौड़ा बनाया जाएगा, जिसमें डिवाइडर के दोनों ओर सात-सात मीटर की चौड़ाई निर्धारित की गई है। परियोजना पूरी होने पर इस क्षेत्र में जाम की पुरानी समस्या से लोगों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
करीब तीन किलोमीटर लंबे इस मार्ग की वर्तमान चौड़ाई मात्र साढ़े चार से पांच मीटर है, जिसके कारण यहां अक्सर वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं। बिजली के खंभे, संकरे मोड़ और अन्य अवरोधों के चलते आवागमन में लगातार परेशानी बनी रहती है। अब इस सड़क को “दालमंडी चौड़ीकरण परियोजना” (Varanasi) से भी जोड़ा जाएगा, जिससे यह पूरा मार्ग एक आधुनिक “वीआईपी रोड” के रूप में विकसित होगा। पहले इसे 18 मीटर चौड़ा करने की योजना थी, लेकिन भवनों के कम से कम अधिग्रहण के लिए चौड़ाई घटाकर 14 मीटर तय की गई है।
Varanasi: जानिए लोगों की आपबीती
स्थानीय दुकानकार पार्श्वनाथ चौरसिया ने बताया कि कितना भी मुआवजा मिल जाए लेकिन अगर हमारी दूकान और हमारा मकान चला जायेगा तो हम कहां जाएंगे। ये तो हमारे लिए ऐसा होगा कि हमारी बनी बनाई बस्ती उजाड़ जाएगी। भुखमरी की स्थिति आ जाएगी।
वहीं एक अन्य दुकानदान ने कहा कि मुआवजा तो मकान मालिकों को मिलेगा लेकिन हम तो किरायदार (Varanasi) है, हम कहां जाएंगे। हम तो कहीं के नहीं रह जाएंगे। आने वाले समय में यह हमारे लिए एक बहुत बड़ा संकंट बन कर खड़ा होगा।
एक अन्य स्थानीय निवासी का कहना रहा कि शहर का विकास हो अच्छा है लेकिन किसी की बसी बसी रोजी रोटी को उजाड़ कर इसका विकास ये कहां का न्याय है। सड़क चौड़ीकरण से सिर्फ हमारा नुकसान है और कुछ नहीं।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम विस्तार, गंगा आरती और नौका विहार (Varanasi) के लिए आने वाले लाखों पर्यटकों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है। प्रयागराज कुंभ 2025 के दौरान इसी मार्ग की संकरी चौड़ाई के कारण पुलिस और प्रशासन को काफी मुश्किलें झेलनी पड़ी थीं। उसी अनुभव के आधार पर मुख्यमंत्री ने श्रीकाशी विश्वनाथ धाम से जुड़े सभी मार्गों को चौड़ा करने के निर्देश दिए थे।
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने परियोजना के लिए 184 भवनों को चिह्नित किया है। इनमें से 43 भवन स्वामियों से मुआवजे को लेकर सहमति बन चुकी है, जबकि शेष 100 से अधिक मकान मालिकों से बातचीत जारी है। विभाग का प्रयास है कि सभी को एक साथ मुआवजा दिया जाए ताकि कार्य में गति लाई जा सके।
सड़क चौड़ीकरण (Varanasi) में सबसे बड़ी बाधा बिजली के तारों और खंभों की है। इस समस्या से निपटने के लिए पीडब्ल्यूडी ने यूटिलिटी शिफ्टिंग हेतु 7.67 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया है। बिजली विभाग भी सर्वे कर भूमिगत व्यवस्था की तैयारी में जुटा है। लहुराबीर चौराहे से आइएमए बिल्डिंग, चेतगंज तिराहा और बेनियाबाग चौराहे से नई सड़क तक के हिस्से में सबसे अधिक भीड़ रहती है। ऐसे में सड़क चौड़ी होने से वाहनों की आवाजाही सुचारु होगी और आम लोगों को जाम से स्थायी राहत मिलेगी।