Varanasi: वाराणसी में अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं। चितईपुर थाना क्षेत्र के करौंदी में शुक्रवार देर रात बाइक सवार बदमाशों ने सर्राफा व्यवसायी को गोली मार दिया। इसके बाद बदमाश भाग निकले। बदमाशों ने तीन राउंड फायरिंग की, जिसमें व्यवसायी के बाएं हाथ में गोली लगी है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवक को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर भिजवाया। इसके बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई।
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर आसपास के लोगों से पूछताछ किया। वहीं पुलिस की एक टीम ने सीसीटीवी फुटेज भी खंगाला और हमलावरों की तलाश में जुट गई। डॉक्टरों ने व्यवसायी की हालत खतरे से बाहर बताई है।
जानकारी के मुताबिक, लंका थाना क्षेत्र के नारायणपुर डाफी निवासी मनोज कुमार सेठ की करनवीर तिराहे पर सोने की दुकान है। शुक्रवार रात वह बटुक भैरव मंदिर में दर्शन करने जा रहे थे। वह घर से लोअर-टीशर्ट पहनकर पैदल ही मंदिर की ओर निकले थे। इसी दौरान बाइक सवार तीन हमलावरों ने उसे रोक लिया। पहले मनोज की उनसे कहासुनी हुई, इसी बीच एक हमलावर ने तमंचा निकालकर फायर कर दिया। हमलावरों ने तीन राउंड फायरिंग की, जिसमें एक गोली मनोज के बाएं हाथ में लगी।
Varanasi: खतरे से बाहर है व्यवसायी की हालत
घटना के बाद आसपास के लोग उस ओर दौड़े तो हमलावर मौके से फरार हो गए। राहगीरों ने चितईपुर पुलिस और डायल 112 पर सूचना दी। घटना की सूचना पर डीसीपी काशी जोन , एसपी भेलूपुर व प्रभारी निरीक्षक चितईपुर फ़ोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल किया। पुलिस को मौके से खोखे बरामद हुए हैं। वहीं व्यापारी की हालत खतरे से बाहर है।
रेकी करने के बाद दिए होंगे घटना को अंजाम
पुलिस (Varanasi) का मानना है कि बदमाश मनोज की रोजाना की गतिविधियों की रेकी किए होंगे। इसके बाद वह आईटीआई कॉलेज के समीप अंधेरे वाला सुनसान स्थान वारदात को अंजाम देने के लिए चुने होंगे। गोली लगते ही मनोज ने यू-टर्न ले लिया। इस वजह से बदमाशों को करौंदी चौराहा की ओर भागना पड़ा। मनोज का कहना था कि संयोग अच्छा था। इसलिए उनकी जान बच गई।
लाइट की व्यवस्था न होने से हुई आसानी
सर्राफा व्यापारी मनोज सेठ ने बांह में गोली लगने के बाद भी हिम्मत से काम लिया। वह बाइक लेकर घटना स्थल से लगभग 500 मीटर दूर भागे और एक मिठाई की दुकान पर जाकर रुके। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना पार्षद श्याम भूषण शर्मा को दी और उन्होंने पुलिस को भी बताया। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस जगह पर फायरिंग हुई है, वहां रात में लाइट की व्यवस्था न होने के कारण पहले भी हत्या कर शव फेंका जा चुका है। इसके अलावा करौंदी चौराहे पर तैनात रहने वाले पुलिसकर्मी भी अक्सर दिखाई नहीं देते हैं। इस वजह से बदमाशों को घटना को अंजाम देने में आसानी हो गई।
डीसीपी बोले – पीड़ित से तहरीर मिलने पर करेंगे कार्यवाही
इस संबंध में डीसीपी काशी जोन गौरव बंशवाल ने बताया कि घटना की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। वहां काफी अंधेरा था, व्यापारी की हालत सामान्य है। घटना की वजह पता लगाने के साथ ही बदमाशों को चिन्हित करने के लिए पुलिस की दो टीमें लगाई गई हैं।पुलिस का मानना है कि वारदात में .32 बोर के पिस्टल इस्तेमाल की गई है। डीसीपी ने कहा कि व्यापारी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्यवाही करेंगे। पीड़ित ने पुलिस को बताया है कि अंधेरा और बाइक सवारों के हेलमेट पहने होने के कारण उनकी पहचान नहीं हो सकी है।