Varanasi: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की पदयात्रा अब कानूनी विवाद में उलझ गई है। गुरुवार को निकाली गई इस पदयात्रा के दौरान इंग्लिशिया लाइन चौराहे पर भारी जाम और अव्यवस्था फैलने के आरोप में अजय राय सहित 10 नामजद और लगभग 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ सिगरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
यह मुकदमा काशी विद्यापीठ चौकी प्रभारी की तहरीर पर दर्ज हुआ है, जिसमें बताया गया है कि पदयात्रा के दौरान कुछ लोगों ने सार्वजनिक मार्ग को अवरुद्ध कर दिया, जिससे आम नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई और राहगीरों को घंटों फंसे रहना पड़ा।
Varanasi: कैंट से शुरू होकर चितरंजन पार्क तक गई पदयात्रा
गुरुवार को निकाली गई इस पदयात्रा (Varanasi) की शुरुआत इंग्लिशिया लाइन से हुई, जो साजन तिराहा, रथयात्रा, गुरुबाग, लक्सा, गिरजाघर, गोदौलिया होते हुए दशाश्वमेध चितरंजन पार्क तक गई। इस दौरान अजय राय ने शहर की अव्यवस्था और सरकारी व्यवस्थाओं की पोल खोलने का दावा करते हुए कई स्थानों पर नागरिक समस्याओं को उजागर किया। उन्होंने कैंट रेलवे स्टेशन के सामने जलजमाव वाली सड़क पर उतरकर नगर निगम की लापरवाही को उजागर करने की कोशिश की।
लेकिन इस बीच, इंग्लिशिया लाइन चौराहे (Varanasi) पर जमा भीड़ और सड़क पर हुए अवरोध के कारण वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई, जिससे क्षेत्र में यातायात की स्थिति बिगड़ गई। चौकी इंचार्ज के मुताबिक मौके पर पहुंचने पर देखा गया कि अजय राय, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, धर्मेंद्र तिवारी, फसाहत हुसैन, प्रमोद पांडेय, गुलशन अली, सतनाम सिंह, अशोक कुमार और अकील अंसारी सहित दर्जनों लोग सड़क पर खड़े होकर मार्ग जाम कर रहे थे।
इस आधार पर सिगरा पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है और वीडियो फुटेज व गवाहों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।