Varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित दौरे से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को वाराणसी पहुंचे। उन्होंने सर्किट हाउस में बैठक कर कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों को सभी व्यवस्थाएं समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरी करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के जनसभा स्थल का भी निरीक्षण किया और जनता की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम करने को कहा। इसके अलावा सीएम ने बैठक में जलकल मिशन का डाटा न पेश कर पाने पर अधिकारी को फटकार भी लगाई।
प्रधानमंत्री के सभा स्थल का किया निरीक्षण
सीएम योगी सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी के प्रस्तावित जनसभा स्थल राजा तालाब के मेहंदीगंज पहुंचे। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभा स्थल पर आने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने पीने के पानी, छाया, मोबाइल टॉयलेट, ओआरएस पैकेट जैसी जरूरी सुविधाओं की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया। बैठक में कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने प्रधानमंत्री के आगमन की तैयारियों को प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया और मोदी द्वारा उद्घाटन व शिलान्यास की जाने वाली परियोजनाओं की जानकारी दी।
Varanasi: नमो घाट पर जमीन धंसने की घटना पर सीएम की नाराजगी
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने एक दिन पहले नमो घाट पर हुई जमीन धंसने की घटना को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने इसकी जल्द मरम्मत कराने और गुणवत्ता की जांच सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इसके अलावा, वरुणा रिवर फ्रंट के सुंदरीकरण कार्यों को शीघ्र पूरा करने के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने को कहा।
कानून-व्यवस्था पर मुख्यमंत्री का कड़ा रुख
सीएम योगी ने वाराणसी में कानून-व्यवस्था को लेकर भी समीक्षा की। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने उन्हें पुलिस की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने गो-तस्करी, अवैध ऑटो और ई-रिक्शा चालकों के सत्यापन, लाउडस्पीकर के खिलाफ अभियान, सीसीटीवी मॉनिटरिंग, साइबर क्राइम और ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत चल रही कार्रवाई की प्रगति की रिपोर्ट दी।
मुख्यमंत्री ने महिला अपराधों पर नियंत्रण और चेन स्नैचिंग व लूट की घटनाओं को रोकने के लिए फुट पेट्रोलिंग बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि गौ-तस्करी पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए मास्टरमाइंड पर शिकंजा कसा जाए और लव जिहाद एवं धर्मांतरण की घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई की जाए।
हरिश्चंद्र और मणिकर्णिका घाट के विकास को लेकर निर्देश
सीएम योगी ने कहा कि हरिश्चंद्र और मणिकर्णिका घाटों के विकास कार्यों को मानसून से पहले पूरा किया जाए। उन्होंने शवदाह प्रक्रिया में गोबर के कंडे के अधिक प्रयोग को बढ़ाने का भी सुझाव दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी विकास परियोजना के डीपीआर बनने के बाद अनावश्यक रूप से डिजाइन या मॉडल में बदलाव न किया जाए, ताकि कार्यों में अनावश्यक देरी न हो।
जनभागीदारी के साथ स्वच्छता अभियान को गति देने पर जोर
सीएम योगी ने वाराणसी में स्वच्छता अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सामाजिक संगठनों, जनप्रतिनिधियों और आम जनता को इसमें जोड़ने का निर्देश दिया। उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने और इसे सख्ती से लागू करने की बात कही। इसके अलावा, नेशनल फोरेंसिक विश्वविद्यालय के विस्तार कैंपस के लिए उपयुक्त भूमि चयन करने का भी निर्देश दिया।

चीफ इंजीनियर पर भड़के मुख्यमंत्री
बैठक के दौरान जल जीवन मिशन के तहत वाराणसी में 211 ग्राम पंचायतों में पेयजल आपूर्ति की जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री ने शेष पंचायतों में भी इस योजना को शीघ्र लागू करने का निर्देश दिया। उन्होंने पूर्ण हो चुकी परियोजनाओं की गुणवत्ता की जांच कराने को कहा।
जब जल जीवन मिशन के चीफ इंजीनियर पेयजल कनेक्शन के बारे में संतोषजनक जानकारी नहीं दे सके, तो मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई और स्पष्ट किया कि भविष्य में अधिकारी पूरी तैयारी के साथ बैठक में आएं।
दालमंडी सड़क चौड़ीकरण कार्य जल्द पूरा करने का आदेश
सीएम योगी ने दालमंडी क्षेत्र में सड़क चौड़ीकरण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वाराणसी शहर के नियोजित विकास के लिए क्लस्टर आधारित ठोस कार्ययोजना तैयार कर उसे क्रियान्वित किया जाए। उन्होंने कहा कि वाराणसी विकास प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले गांवों में आवासीय और कमर्शियल नक्शों को स्वीकृत करने में अनावश्यक बाधाएं नहीं आनी चाहिए।
गर्मी में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने नगर निगम को गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गर्मी में किसी भी इलाके में पानी की समस्या नहीं होनी चाहिए।
Highlights
बैठक में कई मंत्री और जनप्रतिनिधि रहे मौजूद
इस महत्वपूर्ण बैठक और निरीक्षण के दौरान आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य, महापौर अशोक तिवारी, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, धर्मेंद्र राय, विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी, डॉ. सुनील पटेल, सौरभ श्रीवास्तव, सुशील सिंह सहित कई अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे।