Varanasi: कांग्रेस नेत्री रोशनी कुशल जायसवाल और उनके परिवार को न्याय दिलाने की मांग करते हुए कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को पुलिस कमिश्नर के कैंप कार्यालय में मिला। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेत्री रोशनी जायसवाल और उनके पति कुशल जायसवाल के खिलाफ की गई कार्यवाही अनुचित है।
राघवेंद्र चौबे ने बताया कि जब भी रोशनी जायसवाल सोशल मीडिया पर अपनी बात रखती थीं, तो भाजपा कार्यकर्ता सैफरॉन राजेश सिंह उन्हें धमकाता था और अभद्र टिप्पणियां करता था। रोशनी ने जब इसके खिलाफ आवाज उठाई, तो उन पर और उनके परिवार पर पुलिस का दबाव बढ़ा। पिछले 40 दिनों से रोशनी का पति, भाई, और पांच अन्य लोग जेल में हैं और उनके घर की कुर्की का आदेश भी जारी कर दिया गया है। चौबे ने सवाल उठाया कि क्या पुलिस प्रशासन चाहता है कि एक महिला ऐसे अपराधों की धमकी चुपचाप सहती रहे?
Varanasi: एकतरफा कार्यवाही का लगाया आरोप
प्रतिनिधिमंडल का कहना था कि एफआईआर दर्ज होने के बावजूद भाजपा कार्यकर्ता राजेश सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जो सरकार के संरक्षण का संकेत देता है। कांग्रेस ने घोषणा किया है कि मुख्यमंत्री के काशी आगमन पर रविवार को कांग्रेसजन उनसे मुलाकात कर इस मामले में न्याय की अपील करेंगे। इस प्रतिनिधिमंडल में सजीव सिंह, अशोक सिंह, रोहित दुबे, आशिष गुप्ता, और नवीन उपाध्याय जैसे प्रमुख कार्यकर्ता शामिल थे, जिन्होंने मिलकर रोशनी जायसवाल को न्याय दिलाने का संकल्प व्यक्त किया।