Varanasi: मैदागिन के सप्तसागर स्थित दवा मंडी को लेकर व्यापारियों ने शहर में एक नई, व्यवस्थित और विस्तृत दवा मंडी की स्थापना की मांग उठाई है। मंगलवार को दवा व्यापारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मेयर अशोक कुमार तिवारी से मुलाकात कर मौजूदा मंडियों की समस्याओं को विस्तार से बताया और व्यापारिक वातावरण सुधारने के लिए त्वरित कदम उठाने की अपील की।
Varanasi: दवाओं की समय पर आपूर्ति में भी बाधाएं हो रही उत्पन्न
फेडरेशन अध्यक्ष संदीप चतुर्वेदी और एसोसिएशन जिलाध्यक्ष मनोज खन्ना के नेतृत्व में पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि वर्तमान थोक दवा बाजार—सप्तसागर, बुलानाला और नेहरू मार्केट (Varanasi) बेहद संकरी गलियों में स्थित हैं। बढ़ती भीड़ और अव्यवस्थित यातायात के कारण यहां न सिर्फ व्यापार प्रभावित हो रहा है, बल्कि जीवन रक्षक दवाओं की समय पर आपूर्ति में भी बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं।
व्यापारियों ने कहा कि इन गलियों में बड़े वाहनों का आवागमन कठिन हो गया है, जिससे दवाओं की ढुलाई बार-बार बाधित होती है। यह स्थिति न केवल व्यापार को नुकसान पहुंचाती है बल्कि मरीजों तक दवाओं (Varanasi) की समयबद्ध डिलीवरी पर भी असर डालती है।
उन्होंने शहर (Varanasi) के बाहर या किसी सुगम स्थान पर कम से कम 150 वर्गफुट क्षेत्रफल की 500 नई दुकानों वाली एक आधुनिक दवा मंडी विकसित करने का प्रस्ताव रखा। साथ ही नई मंडी में चार पहिया, दो पहिया और मालवाहक वाहनों के लिए पर्याप्त पार्किंग, बेहतर विद्युत आपूर्ति और आधुनिक व्यावसायिक सुविधाएं सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
प्रतिनिधिमंडल में शैलेश गुप्ता, विनय गुप्ता, ऋषिकेश सिंह, सुनील गुप्ता और जगदीश गुप्ता सहित कई दवा व्यापारी शामिल रहे। व्यापारियों ने उम्मीद जताई कि प्रशासन जल्द ही इस महत्वपूर्ण मांग पर गंभीरता से विचार करेगा।

