Varanasi: जिला कारागार वाराणसी में तैनात रह चुकीं डिप्टी जेलर मीना कन्नौजिया ने जेल अधीक्षक उमेश सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बुधवार को वे अपनी बेटी नेहा शाह और वकील के साथ लालपुर-पांडेयपुर थाने पहुंचीं, जहां उनकी बेटी ने पुलिस को तहरीर सौंपते हुए मामले में मुकदमा दर्ज करने की मांग की। थाना प्रभारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चाधिकारियों से चर्चा के बाद आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
डिप्टी जेलर की बेटी नेहा शाह के अनुसार, उनकी मां मीना कन्नौजिया लखनऊ के बड़ा चांदगंज अलीगंज, कपूरथला की रहने वाली हैं और 16 मार्च तक वाराणसी जिला कारागार में डिप्टी जेलर के रूप में तैनात थीं। इसके बाद उनका तबादला नैनी जेल में कर दिया गया। नेहा का आरोप है कि वाराणसी में तैनाती के दौरान उनकी मां को जेल अधीक्षक उमेश सिंह द्वारा मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
Varanasi: अवैध कार्यों का दबाव और जातिसूचक गालियों के आरोप
नेहा शाह ने अपनी तहरीर में दावा किया कि उनकी मां पर जेल अधीक्षक द्वारा अनैतिक कार्यों के लिए दबाव बनाया जाता था। उन्होंने आरोप लगाया कि ड्यूटी के दौरान जेल अधीक्षक उन्हें अपने कार्यालय में बुलाकर अपमानित करते थे और जातिसूचक गालियां देते थे। इतना ही नहीं, महिला कैदियों को अनुचित कार्यों के लिए तैयार करने का भी दबाव डाला जाता था। जब मीना कन्नौजिया ने इसका विरोध किया, तो उन्हें नौकरी से निकालने और जान से मारने की धमकी दी गई।
नेहा शाह ने यह भी आरोप लगाया कि उनकी मां को लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। उन्हें बार-बार अपशब्द कहे गए और उन्हें ऐसे कार्यों में शामिल करने की कोशिश की गई, जो उनके कर्तव्य और नैतिकता के खिलाफ थे।
पुलिस ने जांच शुरू की
इस मामले को लेकर पुलिस ने जांच का भरोसा दिया है। थाना प्रभारी ने उच्च अधिकारियों से परामर्श करने के बाद उचित कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। हालांकि, अब तक इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।
डिप्टी जेलर मीना कन्नौजिया और उनकी बेटी ने मांग की है कि इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है, जिससे पता लगाया जा सके कि आरोप कितने गंभीर और वास्तविक हैं।