Varanasi Election: हिंदू महासभा की ओर से पूर्व में घोषित की गई किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर हिमांगी सखी के विरोध में वाराणसी का किन्नर समाज आ गया है। किन्नरों ने गुरुवार को जिलाधिकारी से मिलकर उन्हें पत्रक सौंपते हुए हिमांगी सखी के महामंडलेश्वर होने की जांच की मांग की।
जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची किन्नरों ने हिमांगी सखी पर फर्जी महामंडलेश्वर होने का आरोप लगाया। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्रक सौंपते हुए कहा कि हिमांगी सखी को महामंडलेश्वर की उपाधि कैसे मिली, इसको कोई जानकारी नहीं है।
वह वाराणसी से चुनाव लड़ने के लिए उत्सुक हैं, जबकि एकमात्र महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी हैं, जिन्होंने इस बात को कहा है कि किन्नर समाज से कोई भी प्रत्याशी वाराणसी से चुनाव नहीं लड़ेगा। अभी इस बात को भी नहीं तय किया जा सका है कि किन्नर समाज कहां से चुनाव लड़ेगा और कौन प्रत्याशी होगा। ऐसे में हिमांगी सखी चुनाव लड़ने का ऐलान कर जनता को धोखा देने का कार्य कर रही है। इसकी जांच कराना जरूरी है।
Varanasi Election: किन्नरों के लिए कितनी योजनाएं सरकार ने चलाई?
किन्नरों ने कहा कि हिमांगी सखी का आरोप है कि किन्नरों के लिए वाराणसी में कोई कार्य नहीं किया गया, जबकि हकीकत है कि किन्नर के लिए टॉयलेट के साथ-साथ विद्यापीठ में किन्नर सेल की स्थापना की गई है, जहां किन्नर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इसके अलावा अन्य योजनाएं भी किन्नरों के लिए चल रही हैं। ऐसे में यह कहना गलत है कि कुछ हुआ ही नहीं। इस दौरान काफी संख्या में किन्नर मौजूद रहीं।
गौरतलब है कि वाराणसी में पिछले दिनों किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने वाराणसी लोकसभा सीट से अखिल भारतीय हिंदू महासभा के टिकट पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। इसके दो दिन बाद ही हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चक्रपाणी महाराज ने पीएम मोदी के विपक्ष में हिमांगी सखी को चुनाव न लड़ाने की जानकारी दी थी।