Varanasi: चांदपुर चौबेपुर निवासी दुर्गा सोनकर पुत्र रामचन्दर सोनकर उम्र लगभग 28 वर्ष सोमवार को पत्नी से झगड़ कर अपने दो पुत्रों को बाईक से लेकर बभनपुरा रिंगरोड पुल पर आया। पहले अपने दोनों बेटों को पुल से गंगा नदी में फेककर स्वयं कूद गया।दोनों बच्चों का अभी तक पता नहीं चला है। पिता दुर्गा सोनकर तैरकर मुस्तफाबादरेता पर चला गया और जिंदा है।घटना की सूचना मिलते ही पुल पर आसपास के लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गयी। घटना दोपहर 12 बजे के करीब घटित हुयी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दुर्गा सोनकर एक माह पूर्व ही पूना गुजरात से घर आया था।सुबह पत्नी मंजू ने समूह (किस्त) का पैसा जमा करने के मांगा तो वह झगड़ा करने लगा। कुछ देर बाद अपने दो पुत्रों शुभम 9 वर्ष और आशीष 5 वर्ष को बाईक पर बैठाकर बभनपुरा रिंगरोड पुल (Varanasi) पर पहुंचा। वहां बाईक खड़ा कर दोनों पुत्रों को गंगासोता में फेककर स्वयं सोता में कूद गया। बच्चों का तो पता नहीं चला। लेकिन दुर्गा सोनकर तैरकर मुस्तफाबादरेता पर पहुंच गया।स्थानीय लोगों ने उसे पानी से बाहर निकालकर बैठाया। वह जिंदा है। बच्चों का स्थानीय नाविकों द्वारा तलाश की जा रही है।पत्नी मंजू का रो रो कर बुराहाल हो गया था।
Varanasi: नाव ना होने पर कूदे दुर्गा को ट्रैक्टर से पड़ा लाना
बभनपुरा रिंगरोड गंगा पुल से दो बेटों को गंगानदी में फेक स्वयं कूदा था।जो मुस्तफाबादरेता पर पहुंच गया। वहां से उसे अस्पताल ले जाने के लिए कोई नाव नहीं मिली।ग्रामवासियों ने ट्रैक्टर पर लादकर उसे चांदपुर घर लाये। जहां पर उसके परिजन अस्पताल ले जाने से मना करने लगे। पीएचसी प्रभारी चिरईगांव डा० मनोज कुमार वर्मा के काफी प्रयास करने पर उसे एम्बुलेंस (Varanasi) से इलाज हेतु पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल भेजवाया।
ट्रैक्टर से दुर्गा सोनकर को मुस्तफाबादरेता से चांदपुर लाने वाले अतुल सिंह, जितेन्द्र सिंह आदि ने कहा कि नाव होती तो उसको अस्पताल पहुंचाया जा सकता था।वहीं बाढ़ प्रभावित ढाबक्षेत्र में नावों की व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीणों के साथ साथ राहत कार्य में लगे स्वास्थ्य कर्मी,चिकित्सक,सफाईकर्मी भी बाढ़ राहत चौकी गोबरहां, रामपुर में नहीं जा पाये थे।
बाढ़ के समय पानी की तरफ न जायें–एसीपी
चांदपुर निवासी दुर्गा सोनकर के दो बेटों को गंगानदी में फेक स्वयं कूदने की घटना पर पहुंचे एसीपी सारनाथ विजय प्रताप सिंह ने चांदपुर चौकी पर उपस्थित ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों से कहा कि बाढ़ के समय किसी प्रकार की रील,सेल्फी बनाने के लिए पानी की तरफ न जायें।घटना में लापता दो बच्चों को खोजने के लिए एनडीआरएफ की टीम लगी है।
बभनपुरा रिंगरोड गंगा पुल पर दुर्गा सोनकर के आत्महत्या करने और दो बच्चों को भी मारने की घटना को अंजाम देने में पुल की रेलिंग कम होना सहूलियत बन गया। पुल चालू होने के बाद यह पहली घटना (Varanasi) है। निर्माणाधीन पुल पर एक व्यक्ति पहले भी कूदा था।
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