Varanasi Gang Rape Case: वाराणसी में ग्रेजुएशन की छात्रा के साथ हुए दिल दहला देने वाले गैंगरेप केस में प्रशासन ने पहली बड़ी कार्रवाई की है। केस की जांच में लापरवाही बरतने पर डीसीपी वरुणा चंद्रकांत मीना को उनके पद से हटा दिया गया है। उन्हें सोमवार रात लखनऊ स्थित डीजीपी ऑफिस से अटैच किया गया।
सूत्रों के अनुसार, चंद्रकांत मीणा ने मामले की गंभीरता के बावजूद शुरुआती दिनों में सख्त कदम नहीं उठाए और न ही थाना प्रभारी व जांच अधिकारी पर कोई ठोस रिपोर्ट सौंपी। वरिष्ठ अधिकारियों में इस रवैये को लेकर असंतोष था, जिसके चलते यह निर्णय लिया गया। बताया जा रहा है कि जल्द ही 3 से 4 और पुलिस अफसरों पर भी कार्रवाई हो सकती है।
Varanasi Gang Rape Case: 7 दिन तक चला था हैवानियत का खेल
घटना 29 मार्च की है, जब वाराणसी में एक छात्रा को 23 युवकों ने अगवा कर सात दिनों तक ड्रग्स देकर दरिंदगी का शिकार बनाया। इसके बाद उसे सड़क किनारे फेंककर फरार हो गए। छात्रा किसी तरह घर पहुंची और दो दिन तक बेहोशी की हालत में रही। पुलिस (Varanasi Gang Rape Case) ने इस मामले में अब तक 23 में से 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और शेष की तलाश जारी है। सभी आरोपियों की पहचान हो चुकी है और जल्द ही चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
पीएम मोदी ने जताई थी सख्त नाराजगी
घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गहरी नाराजगी जताई है। शुक्रवार को अपने 50वें वाराणसी दौरे के दौरान उन्होंने एयरपोर्ट पर पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से सीधे मामले की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिया कि दोषियों (Varanasi Gang Rape Case) को कड़ी सजा मिले और भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। कमिश्नर ने पीएम को पूरे मामले की स्टेटस रिपोर्ट पेश की थी।