Varanasi: शहर में गंगा के जलस्तर में एक बार फिर से तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है, जिसके चलते तटवर्ती इलाकों में फिर से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु की तरफ दो सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है। केंद्रीय जल आयोग ने गुरूवार की सुबह आठ बजे गंगा का जलस्तर 69.44 मीटर रिकार्ड किया। दोनों नदियों के समीपवर्ती इलाकों में पिछले 10 दिन से ज्यादा समय से पानी होने से स्थिति विकट होती जा रही है। बाढ़ की वजह से नौ सौ से ज्यादा प्रभावित लोग बाढ़ राहत शिविरों में ठहरने को मजबूर है।
जिले में गंगा व वरुणा नदी के जलस्तर में बढ़ाव जारी है। शहर (Varanasi) में नगवां, अस्सी, मारूती नगर, सामने घाट तथा नक्खी घाट, पुलकोहना, सरैयां, बघवा नाला समेत दर्जन भर इलाकों से बाढ़ का पानी भर गया है। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार अभी तक बाढ़ से करीब दो हजार लोग प्रभावित हुए हैं।
Varanasi: लोगों की सुरक्षा के पुख्ते इंतजाम
प्रशासन की ओर से सक्रिय 14 राहत शिविरों में लोगों के लिए खाने- पीने, साफ- सफाई, दवा व अन्य जरूरी इंतजाम कराए गए हैं। नदियों के समीपवर्ती इलाकों में पानी भरने के कारण हजारों लोगों को अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लना पड़ा है।

प्रशासन की मानें तो सक्रिय किए गए 14 बाढ़ राहत शिविरों 928 लोगों ने शरण ली हैं। वहीं अन्य सुरक्षित स्थानों पर भी डेढ़ सौ से ज्यादा परिवारों के लोग ठहरे हैं। डीएम ने राहत शिविरों में साफ- सफाई, फागिंग, एंटी लार्वा, ब्लीचिंग पाउडर, चूने का छिड़काव कराने का निर्देश दिया है। गंगा घाट पूरी तरह से डूब गए है।
घाट पर स्नान करने वाले लोगों को जल पुलिस व एनडीआरएफ के जवान लगातार सतर्क कर रहे हैं। राहत शिविरों में टिके लोगों (Varanasi) को प्रशासनिक इंतजाम उपलब्ध कराए जा रहे है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से समीपवर्ती इलाकों में फिर से पानी भरने लगा है।