Varanasi: दिल्ली में हुए हालिया धमाके की दहशत अभी थमी भी नहीं थी कि वाराणसी में सुरक्षा का स्तर अचानक बढ़ा दिया गया। गुरुवार को रविदास घाट पर राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) ने संयुक्त रूप से एक हाई-इंटेंसिटी मॉक ड्रिल की। इस दौरान गंगा नदी में चल रहे गंगोत्री क्रूज को कमांडो ने चारों ओर से घेर लिया और घाट को तत्काल खाली करा दिया गया। श्रद्धालुओं और पर्यटकों में क्षणिक अफरातफरी जरूर हुई, लेकिन पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह केवल अभ्यास था,असली खतरा नहीं।
Varanasi क्रूज पर घेराबंदी और बचाव अभ्यास
सूत्रों के अनुसार, NSG कमांडो ने क्रूज को रोककर आतंकी हमले की काल्पनिक स्थिति बनाई और बचाव अभियान का अभ्यास किया। यह ड्रिल केवल रविदास घाट तक सीमित नहीं है, बल्कि शहर के अन्य संवेदनशील इलाकों में भी जारी रहेगी। मुख्य रिहर्सल शुक्रवार, 14 नवंबर को सुबह 7 बजे से शुरू होगी। दिल्ली धमाके के बाद वाराणसी के सभी घाटों और जलमार्गों पर निगरानी चौगुनी कर दी गई है।

NSG–एयरफोर्स की संयुक्त रणनीति
रविदास घाट पर ही NSG और वाराणसी (Varanasi) पुलिस कमिश्नरेट के वरिष्ठ अधिकारियों की अहम बैठक हुई। हाल ही में NSG और भारतीय वायुसेना ने संयुक्त मॉक ड्रिल की थी, जिसमें गंगा क्रूज पर बंधक बनाए जाने जैसी स्थिति का सजीव सिमुलेशन किया गया। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे अभ्यास से जवानों की त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता मजबूत होती है, खासकर जलमार्गों पर जहां खतरे की संभावना अधिक रहती है।

घाटों पर चौकसी और हाई–टेक निगरानी
अस्सी, दशाश्वमेध, नमो और राजघाट जैसे प्रमुख घाटों पर जल पुलिस और NDRF की टीमें लगातार तैनात हैं। नावों की सघन तलाशी ली जा रही है। सीसीटीवी कैमरों की निरंतर मॉनिटरिंग और ड्रोन सर्विलांस से हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। रात में बोट पेट्रोलिंग को और तेज कर दिया गया है ताकि किसी भी संदिग्ध हरकत पर तुरंत कार्रवाई हो सके।
इस दौरान पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी असामान्य घटना की सूचना तुरंत दें, लेकिन घबराएं नहीं। यह सब देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है।

वाराणसी (Varanasi) में यह अलर्ट मोड दिल्ली धमाके के बाद संभावित आतंकी साजिशों को नाकाम करने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है। सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सक्रिय हैं, लेकिन यह तैयारी कितनी कारगर साबित होगी यह आने वाला समय ही बताएगा।

