वाराणसी (Varanasi) में वर्दी का दुरुपयोग कर लुटेरों के गिरोह का संचालन करने वाले दरोगा सूर्य प्रकाश पांडे के खिलाफ पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है। चार्जशीट दाखिल होने के बाद दरोगा को दोबारा गिरफ्तार किया गया है। पुलिस रिपोर्ट के आधार पर अब उनकी बर्खास्तगी की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है।
दरोगा की गिरफ्तारी और कोर्ट में पेशी
पुलिस (Varanasi) ने गुरुवार को आदमपुर से दरोगा सूर्य प्रकाश को गिरफ्तार किया। इस मामले की जांच के दौरान दरोगा से तीन घंटे तक पूछताछ की गई। पिछले चार दिनों में इंस्पेक्टर रामनगर ने दरोगा के खिलाफ चार्जशीट ACP कोतवाली को सौंपी थी, जिसके बाद दरोगा को कोर्ट में पेश किया गया।
जमानत (Varanasi) के बाद हुई किरकिरी
ज्ञात हो कि इस मामले (Varanasi) में दरोगा को हाल ही में जमानत मिल गई थी, जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे थे। पुलिस ने कोर्ट में पर्याप्त सबूत पेश नहीं किए थे, जिससे अधिकारियों की नाराजगी बढ़ गई। इसके बाद पुलिस ने दरोगा को फिर से गिरफ्तार कर लिया है, और अब नए गैंगस्टर मामले में उनकी संलिप्तता की जांच की जा रही है।
उच्चाधिकारियों की कार्रवाई
जमानत मिलने के बाद पुलिस आयुक्त (Varanasi) ने तत्कालीन ACP कोतवाली और रामनगर थाना प्रभारी के खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दिया। इसके बाद, ACP कोतवाली अमित श्रीवास्तव को पद से हटा दिया गया है और इंस्पेक्टर रामनगर अनिल कुमार शर्मा को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
लूट की पूरी कहानी
वाराणसी (Varanasi) में, दरोगा सूर्य प्रकाश पांडे ने चार शातिर युवकों के साथ मिलकर एक नकली ‘स्पेशल क्राइम ब्रांच’ बनाई और हाईवे पर लूट की घटनाओं को अंजाम दिया। 22 जून को जीटी रोड पर ज्वेलरी कारोबारी के कर्मचारियों से 93 लाख रुपए लूटे थे। दरोगा और उसके सहयोगियों ने पैसे छीनने के बाद रफूचक्कर हो गए। गिरफ्तारी के समय दरोगा को कोर्ट में पेश किया गया था, जहां वह हंसते हुए नजर आया। हालांकि, जज ने लूट और डकैती के आरोप में उसकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया। गिरफ्तारी के बाद दरोगा और उसके साथी पुलिसकर्मियों के बीच हंसी-मजाक का एक वीडियो वायरल होने पर पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी।
अपराधियों से बरामद रकम
42 लाख की लूट में पुलिस (Varanasi) ने तीन अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया, जिनसे ज्वेलरी कारोबारी से लूटे गए 8 लाख 5 हजार रुपए बरामद हुए थे। इन आरोपियों के पास से दो पिस्टल और कारतूस भी बरामद किए गए। दरोगा सूर्य प्रकाश पांडेय के अलावा अन्य आरोपी अजय गुप्ता, नीलेश यादव, मुकेश दुबे उर्फ हनी और योगेश पाठक उर्फ सोनू पाठक थे।