Varanasi: योगी सरकार में सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर ने राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। वाराणसी जिला सहकारिता फेडरेशन के मुख्य द्वार का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को पहले 1984 के सिख दंगों में हुए अत्याचारों का जवाब देना चाहिए। उन्होंने राहुल गांधी की संसद में एकलव्य के संदर्भ में की गई टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा, “द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा काटा था या नहीं, यह ऐतिहासिक बहस हो सकती है, लेकिन दिल्ली में सिखों के सिर काटे गए थे, यह सब जानते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनने के लिए किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं और यह देश के लिए खतरनाक है। उन्होंने कहा कि “देश को ऐसे नेताओं से बचाने की जरूरत है।”
संभल में डीएम द्वारा एक मंदिर को सार्वजनिक करने के मामले पर विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “हमारी विरासत इतनी समृद्ध है कि कंकर-कंकर में शंकर हैं। गुलामी के लंबे कालखंड के बाद हमारी चीजें धीरे-धीरे सामने आ रही हैं। इसे लेकर किसी को आपत्ति (Varanasi) नहीं होनी चाहिए।”
वन नेशन-वन इलेक्शन’ का किया समर्थन
मायावती द्वारा ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ का समर्थन करने पर मंत्री ने आभार व्यक्त किया। उन्होंने विपक्ष से अपील की कि प्रधानमंत्री के इस विजन का समर्थन करें, क्योंकि बार-बार चुनाव कराने से समय और संसाधनों की बर्बादी होती है।
Varanasi: आदित्य ठाकरे पर भी कसा तंज
आदित्य ठाकरे के वीर सावरकर और नेहरू पर दिए गए बयान पर उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली। जो अब तक सावरकर को गालियां (Varanasi) देने वालों के साथ खड़े थे, वे अब इस मुद्दे पर नैतिकता की बात कर रहे हैं। उन्हें पहले अपनी विचारधारा और परिवार के भीतर संतुलन बनाना चाहिए।”
मंत्री राठौर ने सावरकर को आजादी का महानायक बताते हुए कहा कि उनका योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने आदित्य ठाकरे से अपील की कि वह पहले अपने पिता को समझाएं और राजनीतिक मुद्दों पर स्पष्टता रखें।