Varanasi: विक्रमी संवत 2078 में मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोकार्पित श्री काशी विश्वनाथ धाम ने इस वर्ष अपनी तीसरी वर्षगांठ पर उत्सव का आयोजन शुरू किया। 10 से 13 दिसंबर तक आयोजित इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ मंगलवार को पंचमुखी गणेश मंदिर (ढुंढिराज गणेश) में विशेष पूजन के साथ हुआ।
Varanasi: शास्त्रीय परंपराओं के साथ पूजन और होम
कार्यक्रम के पहले दिन आचार्य विश्वेश्वर शास्त्री द्राविड़ और गणेश्वर शास्त्री द्राविड़ ने शास्त्रीय विधि-विधान से सप्तचिरंजीवियों का आह्वान, नवग्रह आराधना, और महामृत्युंजय होम कराया।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के प्रतिनिधि के रूप में यजमान की भूमिका निभाई। भक्तों और श्रद्धालुओं ने इस आयोजन में उत्साहपूर्वक भाग लेकर इस ऐतिहासिक धरोहर के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की।
तीन दिवसीय कार्यक्रमों की रूपरेखा
इस वर्षगांठ के तहत तीन दिनों तक विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यह आयोजन न केवल काशी की समृद्ध धार्मिक परंपराओं को संजोने का प्रयास है, बल्कि इसे देशभर के श्रद्धालुओं के लिए विशेष अनुभव का अवसर भी बनाया गया है।
Highlights
काशी की गौरवशाली परंपरा का उत्सव
तीन वर्षों में श्री काशी विश्वनाथ धाम न केवल एक प्रमुख धार्मिक केंद्र बना है, बल्कि इसके भव्य रूपांतरण ने इसे वैश्विक पटल पर एक नई पहचान दी है। इस आयोजन के माध्यम से काशी के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को और अधिक उजागर करने का प्रयास किया जा रहा है।