Varanasi: विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, विनोद कुमार की अदालत ने कुख्यात गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के करीबी सहयोगी और राजस्थान के अनूपगढ़ निवासी आशीष बिश्नोई को जमानत दे दी है। आशीष ने वाराणसी के एक साड़ी व्यापारी से निवेश का झांसा देकर 27.50 लाख रुपये ठग लिए थे। आशीष एक अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराधी है और लारेंस बिश्नोई और टुल्लू गैंग को तकनीकी सहायता प्रदान करता है।
Varanasi: 8 अगस्त 2024 को दर्ज कराई थी शिकायत
महमूरगंज (Varanasi) निवासी अजय कुमार श्रीवास्तव ने 8 अगस्त 2024 को साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि BRP देसाई नामक व्हाट्सएप नंबर से संपर्क कर अपराधियों ने उन्हें शेयर बाजार में निवेश का प्रलोभन दिया। इसके लिए फर्जी वेबसाइटें, जैसे https://www.brp-fund.com और https://brp-fund.vip, का इस्तेमाल किया गया और 27.25 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई।
पुलिस ने जांच के दौरान वेबसाइटों, मोबाइल और टेलीग्राम खातों की बारीकी से जांच की और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर गिरोह का पर्दाफाश (Varanasi) किया। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ से आशीष बिश्नोई समेत चार अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, चेकबुक, सिम कार्ड, और नकदी जब्त की गई।
गिरफ्तार आरोपियों में आशीष बिश्नोई, प्रिंस खोड (20), हरीश बिश्नोई (21) और मनदीप सिंह (26) शामिल हैं। इन आरोपियों ने फर्जी वेबसाइटों के जरिए सैकड़ों लोगों को पार्ट-टाइम जॉब और निवेश में बड़े मुनाफे का झांसा दिया। लोगों को टेलीग्राम ग्रुप में शामिल करके नकली लाभ के स्क्रीनशॉट दिखाए जाते थे, और बड़े निवेश के बाद पैसा वापस निकालने में असफल होने पर ठगी का पर्दाफाश होता था। अपराधियों ने अपनी पहचान छुपाने के लिए वर्चुअल मशीन और विदेशों के आईपी एड्रेस का इस्तेमाल किया।
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