Varanasi: गंगा में नाव संचालन को लेकर माझी समाज ने एक बार फिर अपना विरोध तेज कर दिया है। बुधवार को तेलियानाला घाट पर माझी समाज की एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें गंगा में क्रूज की बढ़ती संख्या और गैर-माझी समुदाय को मोटरबोट संचालन के लाइसेंस दिए जाने पर तीव्र आपत्ति जताई गई। समाज ने चेताया कि अगर यह सिलसिला जारी रहा, तो वे आर-पार की लड़ाई के लिए मजबूर होंगे।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि गंगा पर नौवहन की जो परंपरा वर्षों से माझी समाज के पूर्वजों द्वारा चलती आ रही है, उसे अब योजनाबद्ध ढंग से कमजोर किया जा रहा है। परंपरागत रूप से नाविक कार्य करने वाले माझी समाज को दरकिनार कर बाहरी लोगों को लाइसेंस देकर रोजगार छीना जा रहा है।
Varanasi: आंदोलन की दी चेतावनी
समुदाय के प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि बार-बार विरोध के बावजूद गैर-माझी समाज के लोग जबरन और गुंडागर्दी के बल पर नावों का संचालन कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन (Varanasi) से मांग की कि ऐसे सभी लाइसेंस तत्काल प्रभाव से रद्द किए जाएं, अन्यथा माझी समाज बड़े पैमाने पर आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
बैठक के अंत में यह भी स्पष्ट किया गया कि माझी समाज अपने अधिकारों और परंपरा की रक्षा के लिए एकजुट होकर हर संभव संघर्ष करेगा। साथ ही प्रशासन को चेताया गया कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो विरोध को व्यापक जनआंदोलन का रूप दिया जाएगा।