Varanasi News: सड़क चौड़ीकरण एक ऐसी परियोजना है, जिससे वाराणसी की आम जनता को भविष्य में तो फायदा होगा लेकिन वर्तमान में कई परिवारों को बेघर होने का गहरा दर्द झेलना पड़ा है। मुआवजे की असमानता और अपने मकानों व दुकानों को अपने आंखों के सामने ढहता देखना सबके बस की बात नहीं होती। सालों-साल अपने खून और पसीने से सींचकर लोगों ने दूकान व मकान तो बनाए लेकिन इस परियोजना के तहत आने के कारण उन्हें जमींदोज होने में क्षणभर भी नहीं लग रहा।
PWD का बुलडोजर इस वक़्त शहर के कई क्षेत्रों में चल रहा। हालांकि उनकी ओर से महीने भर पहले ही नोटिस जारी करते हुए उन स्थानों पर रेड निशान लगा दिया था। बावजूद उसके अपने आशियानों पर बुलडोजर चलता देख सभी की आंखे भर आई।

एक ओर जहाँ बुधवार को रोहनिया क्षेत्र में पीडब्ल्यूडी का बुलडोजर जमकर गरजा। वहीं लंका थाना क्षेत्र (varanasi News) में भी बुलडोजर ने 30 से अधिक दुकानों को जमींदोज कर दिया। ये मंजर बयां कर रहा है कि देखते ही देखते मात्र कुछ सेकेण्ड में एक बना बनाया घर ढह जाता है।

लोगों से छीन जा रहे उनके आशियाने
हालात ये है कि मानों काशी, जिसकी पहचान ही प्राचीनता है और इसकी प्राचीनता ही मानो खत्म होने लगी है। पहले विश्वनाथ गली, फिर गोदौलिया टांगा स्टैंड, चर्चों में चल रही सैकड़ों साल पुरानी दालमंडी गली और अब रोहनिया, लहरतारा, लंका, भिखारीपुर आदि कई ऐसे सड़क, कई ऐसे गलियां है जो इस सड़क परियोजना (Varanasi News) के तहत आती है और आने वाले समय में आएँगी। लोग देखते रह जाएंगे..हाथ मलते रह जाएंगे और उनका आशियाना, उनकी रोजी रोटी उनसे छीन जाएगी । वो बसे बसाए जगह से उजाड़ दिए जाएंगे और फिर उन्हें शहर के किसी और कोने में जाकर बसना होगा।

गलियों के शहर काशी की गलियां ही हो रही विलुप्त
गलियों का शहर कही जाने वाली काशी की विरासत उसकी गलियां हैं, गलियों में बसे घर के अंदर कई मंदिर है लेकिन सब मानों एक-एक करके खत्म होने जा रहे हैं। फिर क्या रहेगी पहचान? हालांकि किसी भी शहर का विकास होना जरूरी है लेकिन विकास ऐसा होना चाहिए कि वह शहर में रहने वाले लोगों के लिए परेशानी का कारण ना बने, वो उनके लिए गले का फांस ना बने और काशी (Varanasi News) का जो विकास इस वक़्त हो रहा वो यहाँ की आम जनता के लिए परेशानी, उनके गले का फांस और उनकी रोजी-रोटी पर मंडराता संकट बनता जा रहा है।

Varanasi News: ये है परियोजना
दरअसल, रोहनिया में लहरतारा-मोहनसराय सिक्स लेन चौड़ीकरण परियोजना को गति देने के लिए विभाग ने कई मकानों को ध्वस्त कर दिया। यूँ कहा जा सकता है कि रोहनिया बाजार ही पूरी तरह से खत्म हो चुका है। वहीं लंका में हुए इस कार्यवाही का कारण लंका चौराहा से विजया मॉल (Varanasi News) तक बनने वाली 9।512 किमी लंबी फोरलेन सड़क परियोजना है । यह सड़क लहरतारा से होते हुए भिखारीपुर तिराहा और संकट मोचन मार्ग से गुजरते हुए बनेगी। इसी परियोजना की जद में लंका चौराहे के पास स्थित ये 30 दुकानें आ रही थीं, जिन्हें ध्वस्त किया गया है।

सवाल तो कई है लेकिन उसका जवाब देने वाला कोई नहीं…. न ही आवाज उठाने वाला कोई….सब अपना अपना दर्द तो बयान करना चाह रहे हैं लेकिन उनका दर्द सुनने वाला कोई नहीं…अब देखना यह होगा ये विकास कब तक और कहां तक जाएगी और कितने ऐसे घर, दुकाने और लोगों के आशियाने हैं जो उनकी आखों के सामने ढहा दिए जाएंगे।