Varanasi News: संत रविदास घाट पर शुक्रवार को बड़ा हादसा उस समय टल गया, जब राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने एक डूबते युवक की जान बचा ली। गंगा की तेज लहरों में बहते जा रहे प्रकाश (45) को NDRF की टीम ने समय रहते बाहर निकाल लिया, जिससे एक अनमोल जीवन बच सका।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वाराणसी (Varanasi News) के सुंदरपुर निवासी प्रकाश रोज की तरह गंगा स्नान के लिए रविदास घाट पर पहुंचे थे। प्रारंभ में सब सामान्य था, लेकिन कुछ ही देर में गंगा में तेज बहाव शुरू हो गया। अचानक संतुलन बिगड़ने से प्रकाश पानी में बहने लगे और देखते ही देखते घाट से काफी दूर निकल गए।
Varanasi news: मौके पर NDRF की टीम कर रही थी गश्त
घाट पर मौजूद लोगों ने जब उन्हें मदद के लिए पुकारते देखा तो शोर मचाना शुरू कर दिया। सौभाग्यवश, उसी समय गंगा नदी में गश्त कर रही NDRF की एक टीम (Varanasi News) पास ही थी। टीम ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए तुरंत मोटरबोट से राहत एवं बचाव अभियान शुरू किया।
NDRF के जवान मौके पर पहुँचे और बहाव के साथ संघर्ष कर रहे प्रकाश को सुरक्षित बाहर निकाला। टीम के सदस्यों के अनुसार, प्रकाश उस समय बेहद घबराए हुए थे और उन्हें सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। उन्हें तुरंत पास के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत को स्थिर बताया।
स्थानीय नागरिकों और प्रत्यक्षदर्शियों ने NDRF की त्वरित प्रतिक्रिया की भूरी-भूरी प्रशंसा की। लोगों का कहना है कि अगर टीम कुछ पल भी देर कर देती, तो यह हादसा (Varanasi News) जानलेवा हो सकता था। NDRF की मुस्तैदी ने एक बार फिर साबित किया है कि आपदा की घड़ी में उनका योगदान कितना अहम है।
गौरतलब है कि गंगा के जलस्तर में वृद्धि और संभावित बाढ़ के मद्देनजर NDRF की पांच टीमें लगातार गंगा में गश्त कर रही हैं। साथ ही, 30 से अधिक घाटों पर NDRF और पीएसी के जवानों की तैनाती की गई है, ताकि श्रद्धालु बैरिकेडिंग पार कर खतरनाक स्थानों पर स्नान न करें।