Varanasi Police: वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस पिछले कुछ दिनों में अपने ही पुलिसकर्मियों के कारण दागदार बन गई है। पिछले कुछ महीनों का रिकॉर्ड देखा जाय, तो सिपाहियों से लेकर थानेदारों तक के कारनामों की खबर शासन तक पहुंची है। हालांकि इन मामलों में प्रशासनिक अधिकारीयों द्वारा कार्रवाई भी की गई। बावजूद इसके कमिश्नरेट की छवि को बदनाम करने वाली खबरें कम होने का नाम नहीं ले रहीं।
ऐसी ही एक खबर वाराणसी कमिश्नरेट के शिवपुर थाने से आ रही है। जहां दो सिपाही थानेदार का फर्जी हस्ताक्षर कराकर फ्रिज किए अकाउंट को खुलवाने पहुंचे थे। मैनेजर ने पकड़ लिया और इसकी शिकायत पुलिस के उच्च अधिकारियों से की गई। जिसके बाद उन्हें सस्पेंड कर उनकी जांच के आदेश दिए गए हैं।
शिवपुर थाने के दो सिपाही थानाध्यक्ष का फर्जी हस्ताक्षर बनाकर फ्रीज बैंक अकाउंट चालू करवाने बैंक पहुंच गए। बैंक के शाखा प्रबंधक को कुछ शंका हुई, तो उन्होंने थानाध्यक्ष से संपर्क किया। इससे सिपाहियों की करतूत सामने आ गई। मामला डीसीपी वरुणा जोन (Varanasi Police) तक पहुंचा। जिसके बाद आरोपी सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया। साथ ही डीसीपी ने विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए।

Varanasi Police: फ्रीज बैंक खाता चालू कराने के एवज में 50 हजार रुपये का लालच
शिवपुर थाने में दर्ज एक मुकदमे की विवेचना के क्रम में बैंक खाता फ्रीज (Varanasi Police) किया गया था। बैंक खाते से संबंधित व्यक्ति ने अदालत में शिवपुर थाने के पैरोकार सिपाही सत्येंद्र गौड़ और दीपक कुमार से संपर्क किया। आरोप है कि व्यक्ति ने फ्रीज बैंक खाता चालू कराने के एवज में 50 हजार रुपये देने का लालच दिया। इसके बाद सिपाहियों ने शिवपुर थानाध्यक्ष वैद्यनाथ सिंह का फर्जी हस्ताक्षर बनाया और फ्रीज बैंक खाते को चालू कराने के लिए शाखा प्रबंधक को पत्र लिखा। दोनों संबंधित बैंक भी गए और शाखा प्रबंधक से खाता चालू करने का अनुरोध किया।
इसी बीच शाखा प्रबंधक ने शिवपुर थानाध्यक्ष ने मुलाकात की और आरोपी सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई की रिपोर्ट भेजी। प्रकरण डीसीपी वरुणा जोन अमित कुमार के संज्ञान में आया तो उन्होंने सिपाही दीपक कुमार और सत्येंद्र गौड़ को निलंबित कर दिया। दूसरी ओर, इस संबंध में शिवपुर थानाध्यक्ष वैद्यनाथ सिंह ने बताया कि थाने के दो सिपाही निलंबित किए गए हैं।