Varanasi: नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा दायर आरोप पत्र को लेकर कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। बुधवार को वाराणसी में कांग्रेस के जिला और महानगर इकाइयों के तत्वावधान में जिला मुख्यालय पर जोरदार विरोध प्रदर्शन हुआ। इसके बाद राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन भी जिलाधिकारी को सौंपा गया।
प्रदर्शन का नेतृत्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल और महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने किया। प्रदर्शनकारियों ने मोदी सरकार पर लोकतंत्र को दबाने और विपक्ष की आवाज को कुचलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय और अन्य केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके विपक्षी नेताओं को डराया-धमकाया जा रहा है।
Varanasi: गांधी परिवार के खिलाफ साजिश का आरोप
नेताओं ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों को जब्त करना न केवल कांग्रेस के विरुद्ध कार्रवाई है, बल्कि यह भारत के लोकतांत्रिक ढांचे पर सीधा हमला है। उन्होंने दावा किया कि यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की राजनीतिक प्रतिशोध की नीति का हिस्सा है।

राजेश्वर पटेल और राघवेंद्र चौबे ने संयुक्त बयान में कहा, “गांधी परिवार देश के लिए बलिदान और सेवा का प्रतीक है। जब राहुल गांधी पूंजीवादी गठजोड़ों और ‘हम दो हमारे दो’ की नीति पर सवाल उठाते हैं, तो उन्हें निशाना बनाया जाता है। कांग्रेस यह कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।”
सड़क से संसद तक संघर्ष का ऐलान
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान तख्तियां और बैनर लहराते हुए नारे लगाए। उन्होंने ऐलान किया कि पार्टी लोकतंत्र की रक्षा के लिए सड़कों से लेकर संसद तक संघर्ष करेगी। नेताओं ने कहा कि अब यह लड़ाई केवल नेशनल हेराल्ड केस की नहीं, बल्कि लोकतंत्र को बचाने की है।
कांग्रेसजनों ने आरोप लगाया कि पहले आयकर विभाग के जरिए पार्टी के बैंक खातों को सील किया गया और अब ईडी के जरिए पार्टी की संपत्तियों को जब्त किया जा रहा है। यह सब कांग्रेस को आर्थिक रूप से कमजोर करने की रणनीति है ताकि चुनावी लड़ाई में विपक्ष को पंगु बना दिया जाए।
भाजपा नेताओं पर कार्रवाई क्यों नहीं?
कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाया कि जब इलेक्टोरल बॉन्ड घोटाले में भाजपा को करोड़ों रुपये अवैध रूप से प्राप्त होने के प्रमाण सामने आए हैं, तब ईडी ने किसी भी भाजपा नेता को नोटिस तक नहीं भेजा। इससे साफ होता है कि एजेंसियों का इस्तेमाल सिर्फ विपक्ष को दबाने के लिए हो रहा है।

उन्होंने कहा कि सरकार एक ऐसे परिवार को झुकाना चाहती है जिसने देश की आजादी और विकास के लिए अपना सर्वस्व अर्पित किया है। लेकिन कांग्रेस और उसके कार्यकर्ता झुकेंगे नहीं। सत्य के मार्ग पर चलने वाली कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र की इस लड़ाई में पीछे नहीं हटेगी।
Highlights
कांग्रेसजनों की एकजुटता ने बढ़ाया उत्साह
प्रदर्शन में वाराणसी के सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता जुटे, जिनमें प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, फसाहत हुसैन बाबू, सजीव सिंह, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, ऋषभ पाण्डेय, डॉ. राजेश गुप्ता, सतनाम सिंह, वकील अंसारी, अरुण सोनी, राजीव राम, अशोक सिंह, विनोद सिंह, गिरीश पाण्डेय, अनुराधा यादव, हसन मेहदी कब्बन, संतोष मौर्य, प्रमोद वर्मा, शमसाद खां, घनश्याम सिंह, सुनील राय, पियुष श्रीवास्तव, विपिन मेहता, अब्दुल हमीद डोडे, मो. खालिद, रोहित दुबे, लोकेश सिंह, चक्रवर्ती पटेल, बृजेश जेशल, रेणु चौधरी, आशिष केशरी, कुँवर यादव, अनुपम राय, परवेज खां, रोहित मिश्रा, विनीत चौबे, हिमांशु सिंह, सजीव श्रीवास्तव, आरती सरोज, रिशु सिंह और कृष्णा गौड़ शामिल रहे।