Varanasi: महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ के गाँधी अध्ययन गेट के पास सामने लगाये जाने वाले फूलमंडी पर रविवार की सुबह माहौल उस वक़्त तनावपूर्ण हो गया जब कैंपस के बाहर छात्रों और फूल कारोबारियों के बीच मारपीट हो गई। विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि दोनों तरफ से पथराव शुरू हो गया। इस पत्थरबाजी में कई घायल हो गये तो फूल कारोबारियों गार्ड का सिर भी फोड़ दिया। इतना ही नहीं, इस बवाल के चलते वहां खड़ी लगभग 10 से ज्यादा बाइकें भी तोड़ दी गईं।

500 मीटर दुरी पर सड़क पर नजर आये पत्थर ही पत्थर
स्थित यह बन गई कि सड़क पर 500 मीटर की दुरी तक चारो-तरफ ईंट-पत्थर (Varanasi) ही बिखरे नजर आ रहे थें। कहीं बाइक के टुकड़े पड़े नजर आ रहे तो कही छात्र व फुल कारोबारी भागते और एक दूसरे पर वार करते नजर आ रहे थे। 30 मिनट तक लगातार पत्थरबाजी हुई।

बाइक हटाने की बात पर गार्ड को पीटा
बात बस यह थी कि कारोबारी को गेट के सामने से बाइक हटाने के लिए गार्ड ने कहा और इसके बाद उनकी बहस शुरू हुई और फिर उसके बाद फूल कारोबारियों (Varanasi) ने उसे पीट दिया और फिर उसी बाइक हटाने को लेकर विवाद छिड़ गया। तीनों थाने की पुलिस फ़ोर्स मौके पर तैनात रहे और स्थिति नियंत्रण करने में जुटे नजर आए।

गेट (Varanasi) के बाहर बाइक लगाने को लेकर हुआ बवाल
बता दें कि महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ (Varanasi) के गेट के सामने मलदहिया-कैंट मार्ग पर फूलमंडी लगाई जाती है। रविवार की सुबह फूल कारोबारियों ने अपनी-अपनी दुकान लगाने के बाद बाइकों को काशी विद्यापीठ के गेट पर लगा दिया। गार्ड ने उन्हें गेट के पास बाइक लगाने से मना किया, लेकिन कारोबारी नहीं माने, बल्कि विवाद करने पर आ गये और गार्ड को पीट दिया।
तीखी नोक-झोंक के बाद शुरू हुई पत्थरबाजी
बस इसके बाद जैसे ही इस मारपीट की सूचना छात्रों को मिली तो हॉस्टल (Varanasi) से भारी संख्या में मौके पर छात्र पहुंच गए। इसी बीच कारोबारियों ने फिर से गार्ड को पीट दिया। इसके बाद कारोबारी और छात्र आमने-सामने आ गए। तीखी नोक-झोंक के बाद देखते ही देखते हाथापाई शुरू गई और मामला इतना गरमा गया कि इसके बाद दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया। इसमें कई लोगों को चोट आईं हैं।
सूचना मिलने पर फौरन पहुंची सिगरा थाने (Varanasi) की पुलिस ने अन्य थानों की फोर्स को भी बुलाया। ACP चेतगंज गौरव कुमार भी मौके पर पहुंचे। इसके बाद पुलिस की फ़ोर्स ने पत्थराव करने वालों को वहां से खदेड़ना शुरू किया। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर भी घटनास्थल पर पहुंचे। छात्रों से पूरे मामले की जानकारी ली। फिलहाल, अभी माहौल नियंत्रण में है।