Varanasi: वाराणसी के छितौना में ठाकुरों और राजभर के बीच हुई मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। क्षेत्र के जाल्हूपुर मे छत्रीय महासभा और छत्रीय संगठनों के विवाद को लेकर स्थानीय प्रशासन चौकन्ना है। वहीं ठाकुरों के समर्थन में छितौना जा रहे क्षत्रिय महासभा के कार्यकर्ता को मंगलवार की सुबह पुलिस ने वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर संदहा के पास रोक दिया। जिसके बाद कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए। हाईवे पर जमकर हंगामा किया और इस दौरान पुलिस व कार्यकर्ताओं के बीच जमकर नोकझोंक भी हुई।


इसके बाद पुलिस (Varanasi) ने कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया। लेकिन थोड़ी देर बाद कार्यकर्ता फिर से हाईवे पर पहुंच गए और धरने पर बैठ गए। पुलिस ने हाईवे को वनवे कर दिया है। इसके साथ ही सुरक्षा को देखते हुए आजमगढ़ में क्षत्रिय महासभा के युवा अध्यक्ष अवनीश सिंह को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया है। संबंधित क्षेत्र में धारा 144 लागू किया गया है।चिन्हित प्वाइंटो पर सुरक्षा बलों की ड्यूटी लगाई गई हैं।


इसके अलावा जिले के कई थानों के पुलिस की भी मौजूदगी है। संदहा चौराहे सहित आसपास के क्षेत्रों में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार और अपर पुलिस आयुक्त स्वयं मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। चौबेपुर थाना क्षेत्र को पूरी तरह छावनी में तब्दील कर दिया गया है। संदहा, शंकरपुर रिंग रोड से लेकर छितौना तक हर इंट्री प्वाइंट पर सुरक्षा बल तैनात हैं, पुलिस लगातार गश्त कर रही है।


वहीं प्रशासनिक अफसरों के साथ हुई करणी सेना और अन्य क्षत्रिय संगठनों संग बैठक हुई थी। जिसको कुछ क्षत्रिय संगठनों ने वॉकआउट कर दिया था। उन सभी क्षत्रिय नेताओं को पुलिस (Varanasi) ने आज नजरबंद कर दिया है।

Varanasi: अनिल राजभर के हस्तक्षेप से मामले ने पकड़ा तूल
गौरतलब है कि छितौना गांव (Varanasi) में ठाकुर-राजभर समाज के बीच 5 जुलाई को खेत में गाय घुसने के विवाद के बाद मारपीट हुई थी। मंत्री अनिल राजभर के हस्तक्षेप से मामले ने और तूल पकड़ लिया। इसके बाद जब 12 जुलाई को सुभासपा नेता अरविंद राजभर पीड़ित पक्ष को आर्थिक मदद देने गांव पहुंचे, तो उन पर शक्ति प्रदर्शन और जातिगत अपशब्दों का आरोप लगा।

आरोप है कि अरविंद राजभर ने अपने समर्थकों के साथ गांव में करणी माता व ठाकुर समाज के खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया और जानबूझकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। यही वजह है कि करणी सेना और क्षत्रिय महासभा अब आर-पार के मूड में आ चुकी है।छितौना कांड को लेकर सवर्ण संगठनों का गुस्सा लगातार उबाल पर है।


सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर
एसीपी सारनाथ विजय प्रताप सिंह के अनुसार, सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है। एक कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स (RAF),वज्र वाहन पीएसी और बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान पूरे रूट यानी प्वाइंट पर तैनात किए गए हैं। क्षेत्र की सड़कें जिस रूट से गुजरती हैं, राजवाड़ी , बलुआघाट, जाल्हूपुर संदहां जिन पर सीसीटीवी निगरानी और फिजिकल पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है।

डीसीपी वरुणा जोन प्रमोद कुमार ने बताया कि असमाजिक तत्वों द्वारा समाज में विद्वेष फैलाकर कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल वीडियो (Varanasi) जिसमे मोटर साइकिल सवार एक व्यक्ति दीनानाथ राजभर अपने कुछ साथियों के साथ सवार होकर संगठन विशेष के विरुद्ध अशोभनीय टिप्पणी/अपशब्दों का प्रयोग कर रहे थे। जिसका संज्ञान लेकर केस पंजीकृत किया गया है। गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई है।
बता दें कि जिलाधिकारी और डीआईजी के साथ सोमवार को करणी सेना और क्षत्रिय महासभा की मैराथन बैठक हुई थी। इस बैठक में पुलिस प्रशासन (Varanasi) ने निष्पक्ष जांच और 48 घंटे में कार्रवाई का भरोसा दिलाया। किसी अनहोनी घटना से बचने के लिए प्रशासन ने रैपिड फोर्स, PAC और पुलिस फोर्स तैनात पुलिस किसी भी प्रकार की हिंसा को रोकने के लिए कमर कस चुकी है।