Varanasi: रामनगर थाना क्षेत्र के सुजाबाद गांव में सात साल की मासूम बच्ची माहिरा के अपहरण और हत्या ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। मासूम की लाश प्राथमिक विद्यालय के पीछे प्लास्टिक के बोरे में मिलने के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। परिजनों ने पुलिस पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। मामले में डीसीपी काशी जोन गौरव बंशवाल ने चौकी इंचार्ज उमेश राय को सस्पेंड कर दिया गया है।
Varanasi: घर से सामान खरीदने निकली थी बच्ची
माहिरा मंगलवार की शाम मच्छर मारने वाली क्वाइल खरीदने पोलाव बाबा मजार के पास की दुकान पर गई थी। घंटों बीतने के बाद भी जब वह घर नहीं लौटी, तो पिता शहजादे और अन्य परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। परिजनों के मुताबिक, बच्ची का कहीं पता न चलने पर शहजादे ने सुजाबाद चौकी पर जाकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करानी चाही, लेकिन पुलिस ने उन्हें सुबह आने को कहकर लौटा दिया।
बच्ची के पिता ने 112 नंबर पर भी संपर्क किया, लेकिन वहां से भी कोई मदद नहीं मिली। रातभर ढूंढने के बाद परिवार थक-हारकर घर लौट आया। बुधवार सुबह उन्होंने फिर से तलाश शुरू की और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
स्कूल के पीछे बोरी में मिली लाश
बुधवार सुबह 11 बजे के करीब कुछ बच्चे पतंग लाने के लिए बहादुरपुर प्राथमिक विद्यालय की चहारदीवारी फांदकर गए। वहां उन्होंने स्कूल के कमरे के पीछे खाली जगह पर एक प्लास्टिक की बोरी देखी। करीब जाकर देखने पर बच्चों को बोरी से पैर बाहर निकले दिखे। यह खबर गांव में फैलते ही भीड़ इकट्ठा हो गई।
पिता शहजादे ने लाश की पहचान अपनी बेटी माहिरा के रूप में की। ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। थोड़ी देर बाद घटनास्थल पर पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की।
दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका
बच्ची के अधोवस्त्र उसके पैरों के पास पड़े मिले, और चेहरा किसी भारी वस्तु से विकृत किया गया था। जिस जगह बोरी मिली, वहीं पास के पत्थर और कपड़ों पर खून के निशान पाए गए। फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड ने मौके पर जांच की। प्रारंभिक जांच में बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई जा रही है।
चौकी इंचार्ज निलंबित, पुलिस पर लापरवाही का आरोप
परिजनों का कहना है कि अगर पुलिस ने समय पर कार्रवाई की होती, तो माहिरा की जान बच सकती थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी काशी जोन ने चौकी इंचार्ज उमेश राय को निलंबित कर दिया। उन पर गुमशुदगी की सूचना मिलने के बाद भी सक्रियता न दिखाने और उच्चाधिकारियों को जानकारी न देने का आरोप है।
पुलिस कमिश्नर ने घटनास्थल का निरीक्षण किया
देर शाम पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने प्राथमिक विद्यालय और आसपास के इलाके का निरीक्षण किया। स्थानीय लोगों से बातचीत के दौरान उन्होंने भरोसा दिलाया कि अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
गांव में बढ़ते असामाजिक तत्वों का खौफ
ग्रामीणों ने बताया कि शहीद बाबा मजार से लेकर स्कूल तक का इलाका शराबियों और नशेड़ियों का अड्डा बन चुका है। इन असामाजिक तत्वों के कारण बच्चों और महिलाओं का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। ग्रामीणों ने प्रशासन पर इस समस्या को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
माहिरा पांच भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर थी और कक्षा एक की छात्रा थी। पिता शहजादे ने कहा कि उनकी बेटी बेहद सुंदर और मासूम थी। कुछ अराजक तत्व अक्सर उसे घूरते रहते थे। परिवार ने दोषियों को जल्द पकड़ने और सख्त सजा देने की मांग की है।
शांति बनाए रखने के लिए सुरक्षा बल तैनात
घटना के बाद गांव में गम और गुस्से का माहौल है। स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने एक ट्रक पीएसी तैनात कर दी है। पुलिस के आला अधिकारी गांव में शांति बनाए रखने के लिए लोगों से संयम बरतने की अपील कर रहे हैं।
सीसीटीवी फुटेज से सुराग की तलाश
पुलिस आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए हैं। एसीपी कोतवाली इशांत सोनी ने कहा कि अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया जाएगा।