Varanasi: कमिश्नरेट वाराणसी के रोहनिया थाना पुलिस और एसटीएफ वाराणसी यूनिट की संयुक्त टीम को अवैध नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस टीम ने 5.4 किलोग्राम चरस के साथ अंतरराज्यीय तस्कर रामबाबू को गिरफ्तार किया है। बरामद नशीले पदार्थ की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 2.5 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।
इस मामले का खुलासा डीसीपी वरुणा जोन, चंद्रकांत मीणा ने शनिवार को किया। पुलिस के अनुसार, रामबाबू को मोहनसराय अंडरपास के पास से शनिवार सुबह गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद रोहनिया पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
Varanasi: पुलिस खंगाल रही गिरोह का नेटवर्क
गिरफ्तार तस्कर रामबाबू पुत्र अछैवर, वाराणसी के जैतपुरा थाना क्षेत्र के उस्मानपुरा इलाके का निवासी है। पूछताछ में उसने बताया कि वह चौक, वाराणसी निवासी अपने पुराने दोस्त और उसके भाई के संपर्क में था, जो पहले से ही नशीले पदार्थों की तस्करी में लिप्त थे।
इससे पहले, 28 जनवरी को इसी गिरोह के दो अन्य सदस्य, संतोष झा और शिखा वर्मा को सुल्तानपुर जिले में 5.628 किलोग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में कोतवाली देहात थाना, सुल्तानपुर में एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था। पुलिस ने तभी से इस पूरे नेटवर्क की जांच शुरू कर दी थी।
मनाली से दिल्ली होते हुए वाराणसी पहुंचा तस्कर
रामबाबू ने पुलिस को बताया कि 22 फरवरी को उसे 20,000 रुपये का लालच देकर दिल्ली बुलाया गया। वहां से वह अपने साथियों के साथ मनाली (हिमाचल प्रदेश) पहुंचा, जहां कुछ दिनों तक होटल में रुकने के बाद 27 फरवरी को उसे चरस सौंप दी गई। इसके बाद, उसे दिल्ली वापस भेज दिया गया और वहां से बस द्वारा वाराणसी लौटने के दौरान मोहनसराय अंडरपास के पास पुलिस ने उसे दबोच लिया।
पुलिस ने रामबाबू के पास से 5.4 किलोग्राम अवैध चरस और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। पुलिस अब उसके संपर्क में रहे अन्य तस्करों की तलाश कर रही है। डीसीपी वरुणा जोन के अनुसार, इस गिरोह का नेटवर्क कई राज्यों तक फैला हुआ हो सकता है, और पुलिस इसके अन्य सदस्यों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने की दिशा में काम कर रही है।