Varanasi: वाराणसी में बीते कई दिनों से भाजपा और करणी सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का पुतला दहन किया जा रहा था। अखिलेश यादव के गौशाला पर दिए गए बयान को लेकर भाजपाइयों ने ना सिर्फ अखिलेशा का पुतला दहन किया बल्कि प्रतीकात्मक रूप से उन्हें मानसिक अस्पताल में भर्ती कराया और इतना ही नहीं उनके पुतले को लेकर प्रतीकात्मक शव यात्रा भी निकाली।
इसे लेकर सपाइयों में भी खासी नाराजगी देखने को मिल रही है। इसके विरोध में मंगलवार को सपा कार्यकर्ता वाराणसी (Varanasi) के जिला मुख्यालय पहुंचे और उन्होंने एडिशनल पुलिस कमिश्नर राजेश कुमार सिंह को एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के इस प्रकार के हो रहे अपमान को तत्काल रोकने और इसपर कार्यवाही करने की मांग की।
Varanasi: प्रदर्शन नहीं रुका तो होगी जवाबी कार्रवाई
सपा कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से इस मामले को गंभीरता से संज्ञान लेने की मांग की और चेतावनी दी कि यदि दोबारा ऐसा हुआ, तो वे भी सड़क पर उतरकर पुरजोर विरोध प्रदर्शन करेंगे। सपा कार्यकर्ताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि उनके नेता के खिलाफ इस तरह का विरोध जारी रहा, तो वह भी पूरे वाराणसी (Varanasi) शहर में उनके नेताओं का पुतला दहन कर उन्हें जवाब देंगे।
अखिलेश यादव के बयान को तोड़-मडोड़कर पेश कर रही बीजेपी
इस दौरान सपा नेताओं ने कहना रहा कि अखिलेश यादव के बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत कर उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। गौशालाओं में गायों की मृत्यु के कारण दुर्गंध फैलती है, न कि गोबर से। इसके बावजूद भाजपा कार्यकर्ता इस बयान को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहे हैं और विरोधस्वरूप पुतला दहन कर रहे हैं।
वहीं सपा कार्यकर्ताओं द्वारा बीते मंगलवार को वाराणसी शहर में एक पोस्टर जारी हुआ। जिसमे अखिलेश को कृष्ण और पीएम मोदी को भ्रष्टाचारी मामा के रूप में दर्शाया गया था। इस पोस्टर के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा मुकदमा दर्ज कराने की बात सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही थी। वहीं आज सपाइयों ने बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जिला मुख्यालय पहुंचे और ज्ञापन दिया है. जिससे यह मामला और भी ज्यादा टूल पकड़ेगा।